दुनिया

रूस और सीरिया की हवाई बमबारी और ज़हरीली गैस से तड़प तड़प कर सैकड़ों नागरिकों ने दम तोड़ा

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र संघ की सलामती कांउन्सिल के सीज़फायर के आदेश के बावजूद रूस और सीरिया की सेना नागरिकों पर बमबारी करके बच्चे बूढ़े जवान महिलाओं को शहीद कर रही है,और संयुक्त राष्ट्रसंघ मूकदर्शक बना हुआ क़त्लेआम को देख रहा है।

पिछली रात रूस और सीरिया की सेना ने लगातार हवाई बमबारी और तोप से गोले दागे जिसके कारण 68 लोग शहीद हुए हैं,मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ हमले जारी हैं जिसके कारण मौत नागरिकों के ऊपर मंडरा रही है बस इंतेज़ार इस बात का जंगी जहाज़ का कौनसा गोला उन्हें शहीद करे या तोप से निकलने वाली बारूद उन्हें शहीद करे,सक़बा शहर में शहीद होने वाले 68 लोगों में से 17 निर्दोष नागरिकों की पहचान होगई है।

सीरिया में घायलों का उपचार करने वाली अमेरिकन सोसाइटी SAMS का कहना है कि पिछली रात घोता शहर 88 लोगों के शहीद होने की रिपोर्ट है,उनकी संस्था के डॉक्टर घायलों का उपचार कर रहे हैं और ज़हरीली गैस से बचने का सामान मुहैया करा रहे हैं।

पूर्वी घोता में ज़हरीली गैसों से घायल लोग हॉस्पिटल पहुँच रहे हैं और कुछ लोग दम घुटने की वजह मर रहे हैं इस समय दुनिया के सबसे खतरनाक ज़हरीले हथियार सीरिया में इस्तेमाल किये जारहे हैं लेकिन पूरी दुनिया के शांतिवादी लोग क़त्लेआम पर खामोश हैं।