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रूस ने पश्चिमी देशों की कंपनियों का अरबों डालर का मुनाफ़ा रोका : रिपोर्ट

पश्चिमी देशों और रूस के बीच जारी लड़ाई गंभीर चरण में पहुंच गई है। रूस ने दुशमनी पर उतारू पश्चिमी देशों की कंपनियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही शुरू कर दी है जिसके तहत लगभग 700 कंपनियों का मुनाफ़ा रोक दिया गया है।

इन कंपनियों ने 2022 में 20 अरब और 375 मिलियन डालर मुनाफ़ा कमाया जो यूक्रेन जंग शुरू होने से पहले हासिल होने वाले मुनाफ़े से कहीं ज़्यादा था।

पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को घातक हथियार बेचे जाने और जंग में रूस को शिकस्त देने के लिए पश्चिमी देशों की गतिविधियों पर क्रेमलिन हाउस ने जवाबी कार्यवाही करते हुए यह फ़ैसला किया है कि दुश्मन पश्चिमी देशों की कंपनियों का मुनाफ़ा रोक दिया जाएगा।

जिन कंपनियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की गई है उनमें अधिकतर अमरीका, जर्मनी, आस्ट्रिया और स्वीज़रलैंड की हैं।

अमरीका और अन्य पश्चिमी देशों ने अपने बैंकों में मौजूद रूस की सम्पत्ति भी ज़ब्त कर ली है और इस तरह की बातें भी मीडिया में आती रही हैं कि रूस की ज़ब्त शुदा सम्पत्ति को यूक्रेन की मदद के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। पश्चिमी देशों ने रूस के सेंट्रल बैंक की सैकड़ों अरब डालर की रक़म सीज़ कर रखी है। बड़े रूसी बैंकों को स्विफ़्ट नेट वर्क से भी निकाल दिया गया है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतीन ने अगस्त महीने में कहा था कि यूक्रेन युद्ध पर रूस को सज़ा देने के लिए आर्थिक रूप से अलग थलग करने की पश्चिम की कोशिशें पाबंदियां का ग़ैर क़ानूनी सिलसिला हैं और यह स्वाधीन देशों की सम्पत्ति ग़ैर क़ानूनी रूप से ज़ब्त करना है और यह आज़ाद ट्रेड के नियमों का उल्लंघन है।

रूसी राष्ट्रपति यह भी कह चुके हैं कि रूस की अर्थ व्यवस्था का गला घोंटने की कोशिश एलाने जंग के बराबर है।