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वाशिंग्टन ने यूक्रेन को क्लस्टर बम सप्लाई करने का किया फ़ैसला : रूस ने कहा-विश्व युद्ध की कगार पर पहुंचाना चाहता है अमरीका!

वाशिंग्टन ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से एलान कर दिया है कि यूक्रेन को सामरिक सहायता की नई खेप दी जा रहा है जिसमें क्लस्टर बम भी शामिल हैं। यह पहला मौक़ा है कि अमरीका यूक्रेन को क्लस्टर बम दे रहे है।

पेंटागोन के अधिकारी ने कहा कि यह फ़ैसला यूक्रेन की सेना के गतिहीन काउंटर अटैक को देखते हुए यह फ़ैसला किया गया है।

रूस ने इस फ़ैसले पर फ़ौरन प्रतिक्रिया दी हैं वाशिंग्टन में रूस के राजदूत ने कहा कि यूक्रेन को क्लस्टर बमों की सप्लाई अमरीका की निराशा का चिन्ह है और वो मानवता को नए विश्व युद्ध की कगार पर ढकेल रहा है।

अमरीका के विदेश मंत्री ने कहा था कि बइडन प्रशासन ने यूक्रेन को 800 मिलियन डालर की सामरिक सहायता देने का फ़ैसला किया है। जबकि पेंटागोन के अधिकारी ने कहा कि इस सहायता में 155 मिलिमीटर और 105 मिलिमीटर के तोप के गोले भी शामिल हैं। इसमें ब्राडली टैंक और स्ट्राइकर बक्तरबंद गाड़ियां भी हैं।

इन सहायताओं के साथ ही पेंटागोन की तरफ़ से एलान किया गया है कि यूक्रेन को क्लस्टर बम दिए जा रहे हैं। पेंटागोन के प्रवक्ता ने कहा कि हमने यूक्रेन से यह गैरेंटी ले ली है कि क्लस्टर बमों को आम नागरिकों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल न करे।

अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि पेंटागोन की अनुशंसा पर यह फ़ैसला किया गया, फ़ैसला कठिन था मगर घटकों और कांग्रेस के साथ बातचीत के बाद यह फ़ैसला किया गया।

अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सोलीवान ने कहा कि कीएफ़ से कह दिया गया है कि जैसे ही जंग ख़त्म होती है उसे क्लस्टर बमों को नष्ट करना होगा ताकि आम नागरिकों को कोई नुक़सान न पहुंचे।

दुनिया के 120 देशों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जो क्लस्टर बमो के प्रयोग को रोकता है। रूस, यूक्रेन और अमरीका ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

जर्मनी ने क्लस्टर बमों की सप्लाई के फ़ैसले पर आपत्ति जताई है।

रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवीदेव ने कहा कि पश्चिम का घातक हथियारों की सप्लाई का फ़ैसला बहुत ख़तरनाक है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्लस्टर बम की सप्लाई के फ़ैसले पर अमरीका का आभार जताया है।