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विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन की मुंबई में हो रही मीटिंग में 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे : रिपोर्ट

विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन की 31 अगस्त और 1 सितंबर को बैठक हो रही है. इस बैठक को लेकर मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन की मुंबई में हो रही मीटिंग में 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.

शरद पवार ने इस बात पर भरोसा जतलाया कि विपक्षी गठबंधन राजनीतिक बदलाव के लिए ऐसा विकल्प पेश करेगा जिसे हराना असंभव होगा.

हालांकि उन्होंने ये भी साफ़ किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है.

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल होने के लिए भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एनसीपी को लेकर कोई दुविधा नहीं है. शरद पवार ने कहा कि “जनता सबक सिखा देगी.”

प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार से बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती के बारे में सवाल पूछा गया. एनसीपी चीफ़ ने इस पर जवाब दिया, “ये साफ़ नहीं है कि वो किस तरफ़ हैं. इससे पहले बीजेपी से उनकी बात होती रही है.”

क्या बोले उद्धव ठाकरे
शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि “हमारी विचारधाराएं अलग हैं लेकिन हमारा उद्देश्य एक है. अंग्रेज विकास कर रहे थे लेकिन उससे भी ज्यादा हम आज़ादी चाहते थे. हम लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ आए हैं.”

‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर ठाकरे ने जवाब दिया, “हमारे पास प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए कई विकल्प हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पास क्या चॉइस है, सिफ़ एक.”

‘इंडिया’ गठबंधन का कन्वीनर (संयोजक) कौन होगा? इस सवाल का जवाब ठाकरे ने एक दूसरे सवाल से दिया कि “एनडीए का कन्वीनर कौन है?”

उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनका गठबंधन देश की रक्षा के लिए बना है. ये गठजोड़ तानाशाही और जुमलेबाज़ी के ख़िलाफ़ है.

बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा, ” हम देश की रक्षा करने के लिए इकट्ठे हुए हैं. हम तानाशाही और जुमलेबाज़ी के ख़िलाफ़ हैं.”

उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन का असर नज़र आने लगा है.

उद्धव ठाकरे ने कहा, “(इंडिया गठबंधन की) तीसरी मीटिंग होने वाली है और गैस सिलेंडर के दो सौ रुपये कम हो गया. इंडिया जैसे आगे बढ़ेगा तो लगता है कि गैस सिलेंडर सबको फ्री दे देगें.”

सिलेंडर की कीमत में कटौती को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “नौ सालों में बहनों की याद कभी नहीं आई. नौ साल रक्षा बंधन नहीं हुआ था क्या? ये पब्लिक है, सब जानती है. वो कुछ भी करें, उन्हें बचाने वाला कोई नहीं है.”

उद्धव ठाकरे ने कहा, “रक्षाबंधन सिर्फ एक दिन के लिए नहीं होना चाहिए. हमें ऐसी सरकार चाहिए कि हमारे देश में महिलाएं सुरक्षित महसूस करें. दुर्भाग्य से ऐसी सरकार अब हमारे राज्य में देखने को नहीं मिलती. बीजेपी कार्यकर्ताओं को मुस्लिम महिलाओं से राखी बंधवाने को कहा गया है.”

“मैं कहता हूं कि बिलकिस बानो से राखी बंधवाओ. मणिपुर की महिलाओं, महिला पहलवानों की उपेक्षा की गई. देश से प्यार करने वाले सभी लोग एक साथ आए हैं. हम तानाशाही के ख़िलाफ़ हैं. महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति है. राज्य सरकार क्या कर रही है, प्रधानमंत्री क्या कर रहे हैं?”

‘इंडिया’ गठबंधन
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले, शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे, संजय राउत मौजूद थे. कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, नाना पटोले, बालासाहेब थोराट भी मौजूद थे.

नाना पटोले ने कहा कि उन्हें खुशी है कि यह बैठक महाराष्ट्र में हो रही है. ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं का आना जारी है. उन्होंने कहा कि अब 28 सहयोगी दल आ गए हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने बयान दिया कि जिस तरह रक्षाबंधन पर अपनी बहन की रक्षा करना भाई की जिम्मेदारी है, उसी तरह भारत की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है.

उन्होंने कहा, “हम शाहू फुले आंबेडकर की विचारधारा को आगे बढ़ाने और ‘इंडिया’ गठबंधन को आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं. हम महंगाई और बेरोज़गारी के मुद्दे पर आवाज़ उठाते रहे हैं. इतिहास पर नज़र डालें तो 2019 के चुनाव में इस गठबंधन में शामिल पार्टियों को 23 करोड़ 40 लाख वोट मिले थे.”

“वहीं, चुनाव में बीजेपी को 22 करोड़ 90 लाख वोट मिले थे. अगर हम मिल कर चुनाव लड़ें तो हम जीत सकते हैं. हमारा एजेंडा सिर्फ़ किसी का विरोध करना नहीं है. विकास भी हमारा एजेंडा है. हमारा उद्देश्य फासीवादी ताक़तों को रोकना भी है.”

‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हो रही है.

इस बैठक की मेजबानी शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) पार्टी कर रही है.

एनसीपी और प्रदेश कांग्रेस की भी अहम जिम्मेदारी है.

पटना और बेंगलुरु के बाद मुंबई में इंडिया अलायंस की यह तीसरी बैठक है.

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महाविकास अघाड़ी के लिए यह बैठक काफी अहम है.

इस बैठक का स्वरूप क्या है? कितनी पार्टियां और कितने नेता मुंबई में प्रवेश कर रहे हैं? और यह बैठक राज्य में महाविकास अघाड़ी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

कैसी होगी मुलाकात?
बुधवार 30 अगस्त से कुछ नेताओं का मुंबई पहुंचना शुरू हो गया है. 31 अगस्त को विपक्षी दलों के अन्य नेता मुंबई पहुंचेंगे. इस दिन की बैठक अनौपचारिक होगी.

31 अगस्त को शाम 6 बजे से महाविकास अघाड़ी शिष्टमंडल की ओर से विभिन्न दलों के नेताओं का स्वागत किया जाएगा. शाम 6:30 बजे के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन के लोगो का अनावरण किया जाएगा.

रात 8 बजे उद्धव ठाकरे का लंच कार्यक्रम होगा. ‘इंडिया’ गठबंधन की औपचारिक बैठक 1 सितंबर को होगी. पूर्वाह्न 11:00 बजे एक ग्रुप फ़ोटोग्राफ़ की योजना बनाई गई है.

इसके बाद दोपहर 2 बजे तक ‘इंडिया’ गठबंधन का मुख्य सम्मेलन होगा. दोपहर 2 बजे के बाद लंच. इसके बाद 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.

इस बैठक की मेजबानी उद्धव ठाकरे गुट कर रहा है. सभी नेताओं के स्वागत और यात्रा की जिम्मेदारी एनसीपी की है. 1 तारीख के लंच की जिम्मेदारी महाराष्ट्र कांग्रेस की है.

1 तारीख को बैठक और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय तिलक भवन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अभिनंदन किया जाएगा.

कौन-कौन से नेता होंगे शामिल?
देश के 26 राजनीतिक दलों के प्रमुख और मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री जैसे कई नेता 31 अगस्त को मुंबई पहुंचेंगे. इस पृष्ठभूमि में, मुंबई हवाई अड्डे और मुंबई के ग्रैंड हयात होटल क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

कुछ दिन पहले विपक्षी नेताओं ने पुलिस सुरक्षा के मद्देनजर मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फणसलकर से मुलाकात की थी. 31 तारीख को 150 से ज्यादा नेता मुंबई पहुंच रहे हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार इस बैठक में शामिल हो रहे हैं.

आख़िर बैठक में क्या होगा?
‘इंडिया’ गठबंधन का गठन विपक्षी दलों के कुल 26 राजनीतिक दलों द्वारा किया गया था. इसमें 2 राष्ट्रीय पार्टियाँ और 24 क्षेत्रीय पार्टियाँ हैं.

इसमें सात राज्यों के मुख्यमंत्री और 142 सांसद शामिल हैं.

2024 के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी को चुनौती देने के लिए देश में विपक्षी दल इस गठबंधन के तहत एक साथ आए हैं.

26 दलों के बीच समन्वय और सुचारू संचार सुनिश्चित करने के लिए इस गठबंधन का समन्वयक कौन होगा? यह सवाल बार-बार उठाया गया. इसके मुताबिक संभावना है कि मुंबई में होने वाली बैठक में प्रमुख दल चर्चा करेंगे.

साथ ही संयोजक पद किस पार्टी के खाते में जाएगा, इस पर भी फिलहाल चर्चा चल रही है. साथ ही मुंबई की बैठक में 11 सदस्यों की एक कमेटी भी तय की जाएगी.

महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट, महाविकास अघाड़ी नाम की तीन पार्टियां मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी

इसके चलते यह देखना अहम होगा कि मुंबई में राष्ट्रीय पार्टियों की बैठक में महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर कोई फॉर्मूला तय होता है या नहीं.

इस बीच बैठक में चुनाव के घोषणापत्र पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, “31 तारीख को हमारी अनौपचारिक बैठक होगी. 1 सितंबर को औपचारिक बैठक होगी. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. अब तक दो बैठकें हो चुकी हैं. अब मुंबई में होने वाली तीसरी बैठक में आक्रामक रणनीति पर चर्चा होगी. भारत अघाड़ी का एक लोगो तैयार किया गया है.”

देश भर से आने वाले नेताओं के स्वागत के लिए महाविकास अघाड़ी की ओर से विशेष तैयारियां की गई हैं.

इस संबंध में जानकारी देते हुए सांसद संजय राउत ने कहा, “लालू प्रसाद यादव, डॉ. फारूक अब्दुल्ला मुंबई आ चुके हैं. ममता बनर्जी आज शाम पहुंचेंगी और बाकी सभी नेता कल दोपहर तक पहुंचेंगे. सभी गणमान्य लोगों का स्वागत और सम्मान किया जाएगा.”

महाविकास अघाड़ी का आत्मविश्वास बढ़ेगा लेकिन…
कुछ महीने पहले महा विकास अघाड़ी ने घोषणा की थी कि वह ‘वज्रमूठ’ बैठक कर यह संदेश देंगे कि महाविकास अघाड़ी एकजुट है और आगामी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. लेकिन ऐसी केवल एक ही बैठक हुई और उसके बाद बढ़ते तापमान के कारण माविया की ‘वज्रमूठ’ बैठक दोबारा नहीं हुई.

इसके कुछ दिन बाद 2 जुलाई को एनसीपी दो गुटों में बंट गई. अजित पवार गुट की बगावत के बाद पिछले कुछ दिनों में शरद पवार के कुछ बयानों ने कई सवाल खड़े कर दिए थे.

लेकिन इसके बाद शरद पवार ने कोल्हापुर में एक सार्वजनिक बैठक की और संदेश दिया कि वह विपक्षी समूहों के साथ हैं. लेकिन इस बीच महाविकास अघाड़ी में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं.

ऐसी भी खबरें आईं हैं कि कांग्रेस और उद्धव ठाकरे समूह ने ‘प्लान बी’ की तैयारी शुरू कर दी है.

अब इंडिया एलायंस की बैठक के मौके पर महाविकास अघाड़ी, जो पिछले कुछ दिनों से खस्ताहाल नजर आ रही थी, एक बार फिर एकजुट नजर आ रही है. इस वजह से राज्य में महाविकास अघाड़ी की मजबूती के लिए भारत की यह बैठक अहम मानी जा रही है.

वरिष्ठ पत्रकार संदीप प्रधान कहते हैं, “महाविकास अघाड़ी के सभी नेता इस बैठक के लिए एक साथ आ रहे हैं. अब तक तीनों दल अलग-अलग बैठकें कर रहे थे, दौरे पर जा रहे थे, अब तीनों दलों के नेता एक साथ दिख रहे हैं. इससे निश्चित तौर पर महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा. इससे सत्ताधारी पार्टियों पर भी दबाव बढ़ेगा.”

“लेकिन फिर भी भविष्य में मुख्य मुद्दा सीटों का बंटवारा ही रहेगा. तीनों पार्टियों के सामने लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा तय करने की चुनौती है. महाविकास अघाड़ी का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वे इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं.”

संदीप प्रधान कहते हैं, “मुझे लगता है कि अलग-अलग राज्यों की स्थिति को देखकर निर्णय लेना होगा. इस बैठक से लोगों तक यह संदेश जाएगा कि महाविकास अघाड़ी एक साथ रहेगी. लेकिन सीटों के बंटवारे के लिए महाविकास अघाड़ी के नेता समझदारी दिखानी होगी. सीटें उन लोगों को आवंटित करनी होंगी जिनके पास अधिक ताकत है.”

महत्वपूर्ण बात यह है कि महाविकास अघाड़ी की दो क्षेत्रीय पार्टियां एनसीपी और शिवसेना अब दो गुटों में बंट गई हैं. इससे दोनों पार्टियों को नए चेहरों को मौका मिलेगा.

प्रधान कहते हैं, “कैसे दोनों नेता पार्टी में फूट का फायदा उठाते हैं, अगर हम नए शिक्षित, मेहनती चेहरों को मौका दें तो हम महाराष्ट्र की राजनीति में वास्तविक बदलाव देख सकते हैं.”

अब देखना होगा कि भारत अघाड़ी की बैठक में आखिर क्या फैसला होता है और राज्य में महाविकास अघाड़ी इसका किस तरह फायदा उठाती है.

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दीपाली जगताप
पदनाम,बीबीसी मराठी संवाददाता