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“याद है न! आज शाम को ठीक छ: बजे, कोर्ट में…! “
Vijay Kumar Tailong · ================ मोह भंग! °°°°°°°°° रतन जहाँ रहता था वहीं पास में खेल का कोर्ट था जहाँ रतन सुनील के साथ बैड मिन्टन खेलने जाया करता था। कुछ ऐसी आदत पड़ गई थी उसके साथ खेलने की कि शाम को रुका ही नहीं जाता था। कभी वह किसी अन्य कार्य से अपने […]
मोहताज…..इससे पूर्व भी एक बार मंदिर में मेरी चप्पलें गायब हो चुकी थी!
Tajinder Singh ============ मोहताज….. मेरी नई नई शादी हुई थी। घर मे सब मेहमान अभी थे ही। मेरे रिश्ते की सभी छोटी बहनों और भाइयों ने भाभी के साथ मंदिर जाने की जिद की। ये मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर करीब दो किलोमीटर दूर था। हम सब दर्शनों के लिए पैदल ही चले गए। […]
तो क्या सब कुछ यहीं ख़त्म हो जाएगा?…. संपादक आशीष कुमार शुक्ला का लेख पढ़िये!
पत्रकार आशीष कुमार शुक्ला (संपादक आशीष कुमार शुक्ला) ============== मैं अब तक मम्मी पापा भाई या फिर दोस्तों से डांट सुन सुन कर लगभग सुधर गया हूं सोच लिया अब कोई काम करना है एक अच्छी सी लड़की से शादी करके तुम्हें भी दिखा देना है और सबको यही बोलूंगा कि भुला दिया है मैंने […]