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वेश्याएं महंगी होती हैं, वे जितना ज़यादा हो सके उतना आपको और आपके धन को लूटना चाहती हैं!

सुलैमान के नीतिवचनों से बुद्धि
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नीतिवचन 5:10
कहीं ऐसा न हो कि पराये लोग तेरी कमाई से तृप्त हो; और तेरा सारा परिश्रम पराये घर में जाए।
वेश्याएं महंगी होती हैं। वे जितना ज्यादा हो सके उतना आपको और आपके धन को लूटना चाहती हैं; उससे भी बद्तर यह कि, वे असल में आपको नहीं, बल्कि आपका पैसा चाहती हैं। भले ही वे आपकी संपत्ति या कमाई को सीधे-सीधे न लेती हो, तब भी वे आपका मनोरंजन करने और आपका सहारा बनने की दृष्टि से महँगी होती हैं। यदि उनसे बचने के लिए आपको किसी अन्य कारण की आवश्यकता है, तो वह यहाँ इस नीतिवचन में है।

इस नीतिवचन में राजा सुलैमान ने अपने बेटे को पराई स्त्री से दूर रहने का एक और कारण दिया (नीतिवचन 5:3), वह पराई स्त्री ऐसी कोई भी स्त्री हो सकती है जिससे उसने विवाह नहीं किया है- चाहे वेश्या हो, या व्यभिचारिणी। उनकी सोहबतों को खरीदने या उन्हें खुश रखने में बहुत खर्च होता है; उसकी संपत्ति और कमाई ऐसे लोगों के पास जाएगी जो उसके अपने परिवार के बाहर के हैं, भले ही वे कोई स्थायी लाभ पहुँचाती हैं।

यहाँ परमेश्वर की ओर से बुद्धि है! एक जवान पुरुष में शक्तिशाली वासनाओं का मुकाबला करने के लिए और उसे व्यभिचार और पर स्त्रीगमन की मूर्खता के विषय में साफ़ साफ़ चेतावनी देने के लिए, आपको “व्यभिचार से दूर भागो,” (1 कुरिन्थियों 6:18) और, “तू व्यभिचार न करना” जैसी आज्ञाओं से अधिक बहुत कुछ कहने की आवश्यकता है ( निर्ग 20:14)। इस शक्तिशाली वासना को पराजित करने में मदद करने के लिए आप कई अन्य धमकियाँ और चेतावनियाँ दे सकते हैं।

आप शायद सोचेंगे कि एक युवक को केवल यह बताकर यौन रूप से शुद्ध रखा जा सकता है कि परमेश्वर ने ऐसे पापों को मना किया है, जैसा कि यूसुफ ने पोतीफर की पत्नी से निपट लिया था (उत्प. 39:9)। लेकिन यह न तो यथार्थवादी है और न ही बुद्धिमानीपूर्ण। मसीही परिवारों के बहुत-से युवक तो नया जन्म भी नहीं पाए हुए होते हैं कि उनमें परमेश्वर का भय मानने वाला हृदय हो, और यदि कुछ नया जन्म पाए हो भी, तौभी उनमें व्यभिचार से दूर भागने जितनी युसुफ के समान आध्यात्मिक परिपक्वता और उत्साह नहीं होता।

अधिकांश नीतिवचन पापों के स्वाभाविक परिणामों को दिखाते हैं। हालांकि नीतिवचन की पुस्तक में परमेश्वर के कुछ नियमों वर्णन किया गया है और उन पर अमल किया गया है, फिर भी इस पुस्तक का अधिकांश भाग पाप के कारण होने वाली पीड़ा और उभरनेवाले संकट का अवलोकन है। समझदार माता-पिता ध्यान देंगे। यदि वे सुलैमान के नेतृत्व का पालन करते हैं और पाप के सभी दर्दनाक परिणामों को समझाते हैं, तो वे अपने बच्चों को प्रशिक्षित करने का अधिक गहन कार्य कर सकते हैं।

व्यभिचार और वेश्यागमन दर्दनाक परिणामों को जन्म देते हैं, भले ही दुनिया अनियत यौन-सम्बन्ध के बारे में सकारात्मक रूप से कुछ भी कहे। सुलैमान जानता था कि इसकी क्या क्या कीमत चुकानी पड़ सकती है: उसने बतशेबा के साथ व्यभिचार के बाद अपने पिता के जीवन में उन्हें देखा था। उसने युवकों का नाश करने वाले इस विनाशक के विरुद्ध अक्सर चेतावनी दी (नीतिवचन 2:16-19; 5:1-23; 6:23-35; 7:1-27; 9:13-18; 22:14; 23:27-28 ; सभो 7:26-29).

वेश्याएं महंगी होती हैं। यदि कोई युवक मूर्खतापूर्वक किसी वेश्या के पास जाता है, तो मात्र कुछ पलों के सुख के लिए उसकी कीमत बहुत अधिक होती है। वह अपराध बोध, घायल विवेक या एड्स के लिए कोई छूट नहीं देती है। उसकी मेहनत की कमाई एक ऐसी स्त्री के साथ बंट जाती है जो उसकी और उसके दलाल की परवाह नहीं करती, जो इस दौड़ का सबसे निचला मैल होता है। होश में आ, युवक! एक भक्त स्त्री से शादी कर और हर रात अपनी सबसे अच्छी दोस्त और स्थायी साथी के साथ खुलकर प्यार कर।

वेश्याएं महंगी होती हैं। यदि कोई युवक मूर्खता से व्यभिचारिणी को अपने साथ ले लेता है, तो उसे उपहार देना पड़ता है, क्योंकि वह ऐसे संबंधों की अपेक्षा करती है जो उसकी चापलूसी करें, या फिर वह उसके पति से आगे निकलकर उसकी ख्वाइशों को पूरा करे। कल्पित और बनावटी प्यार के धोखे के जाल में फँसा हुआ एक मूर्ख युवक इस दुष्ट और बेवफा पत्नी को लाड़-प्यार करने के लिए वह सब कुछ करेगा, यह भूलकर कि वह बिना किसी प्रतिबद्धता के अपना जीवन व्यतीत कर रही है, जबकि वह किसी दूसरे पुरुष से विवाहबद्ध है। जाग जा, युवक! एक भक्त स्त्री से शादी कर और हर रात अपनी सबसे अच्छी दोस्त और स्थायी साथी के साथ खुलकर प्यार कर।

वेश्याएं महंगी हैं। कुछ युवा क्लब और बार की पार्टी में जाने का चुनाव करते हैं, जहां उन्हें या तो अपनी एक सफल व्यक्ति की छवि को बनाए रखना होता है, अन्यथा अपनी लोकप्रियता और आकर्षित गवाना पड़ सकता है । महँगी कार, कपड़े, सामान, आवास, मनोरंजन, और जीवन शैली – और यह सब केवल समृद्धि और ताकत का दिखावा करने के लिए ताकि ऐसी स्त्रियों और जवान लड़कियों को आकर्षित किया जा सके जिनकी आत्मा की क़ीमत केवल चंद रूपए है- अंत में एक मनुष्य को कंगाली के रास्ते पर ला देगा। होश में आ, हे जवान! एक भक्त स्त्री से शादी कर और हर रात अपनी सबसे अच्छी दोस्त और स्थायी साथी के साथ खुलकर प्यार कर।

नौजवान, सोचकर देख! क्या होगा अगर तेरी पत्नी, जो तेरी दोस्त और प्रेमी है, तेरे साथ मिलकर काम करे और घराने की संपत्ति-निर्माण में तेरा साथ दे, उस स्त्री के बजाए जो तेरी संपत्ति को दूसरों की संपत्ति बनाने के लिए उसे तुझ से लूट ले? क्या ही अंतर है! सुलैमान ने इस विषय में इसी सन्दर्भ में लिखा है (नीतिवचन 5:15-19)। सोचें कि आप कितनी तेजी से आगे बढ़ेंगे, आप कितनी तेज़ी से उन्नति करेंगे और कितने अधिक सुरक्षित होंगे। जाग युवक! एक भक्त स्त्री से विवाह कर और हर रात अपनी सबसे अच्छी दोस्त और स्थायी साथी के साथ खुलकर प्यार कर।

वेश्याएं महंगी होती हैं। यहां तक कि पोर्नोग्राफी भी एक पुरुष को लूट सकती है, क्योंकि वेश्याएं और प्रकाशक, चाहे पत्रिकाएं हों या इंटरनेट, अपनी विनाशकारी दुष्टता के लिए लाभ चाहते हैं। कई दृश्यमान और मानसिक व्यभिचारियों ने धन और समय खो दिया है, संतुष्टि, खुशी और प्रत्यक्ष यौन क्रिया तो दूर की बात रही, क्योंकि वे पोर्नोग्राफी के शिकार होकर वेश्याओं को दूर से पैसा भेजने और व्यसनी और उपभोग करने वाले पाप की व्याकुलता में फंसकर अपना पेशा, नौकरी, मेहनत का उत्साह, और उत्पादकता खो देते हैं।

नौजवान, अपनी खुद की जागीर बना, दूसरों की नहीं। अपनी पत्नी से प्रेम रख, और उसके स्तनों से तृप्त रह, और उसी के प्रेम में डूबकर मोहित हो जा (नीतिवचन 5:19)। किसी और यौन कुण्ड या कुएँ में डुबकी लगाने के बारे में सोचना भी मत जो तेरा नहीं है (नीतिवचन 5:16)। बच्चे पैदा कर, जायज बच्चे पैदा कर, और बहुत से, और अपनी पत्नी के साथ आनन्दित रह, क्योंकि इससे तेरा वंश-वृक्ष पृथ्वी पर एक खुशहाल और शक्तिशाली प्रभाव बन जाएगा (नीतिवचन 5:17-18; भजन 127:3-5; 128:1- 6).

यदि कोई मनुष्य पहले ही मूर्ख के समान दलीला के पैरों में गिर चुका है, तू अपना जीवन बचा ले, और अपनी आत्मा को जीवित कर, उससे दूर भाग और दाऊद की तरह पश्चाताप कर (2 शमूएल 11:13; भजन 51:1-19; 32:5) ). स्वर्ग का प्रभु दयालु है, उन मूर्ख और दुष्ट लोगों के लिए भी जो किसी भी प्रकार की वेश्याओं के पीछे पड़े हुए हैं। पश्चाताप करो! अपराध कितना भी बड़ा क्यों न हो, परमेश्वर सच्चा पश्चाताप करने वालों को क्षमा करने में विश्वासयोग्य और न्यायी है (नीत 28:13; 1 यूह 1:9; अय्यूब 33:27-28)।

प्रत्येक पाठक इस नीतिवचन को आत्मिक व्यभिचार पर भी लागू करने पर विचार करें। कोई भी मसीही पुरुष या मसीही स्त्री तब आत्मिक व्यभिचार करते हैं जब वे झूठे धर्म या संसार से मित्रता करते हैं। आपका प्रेम, ध्यान, समय, ऊर्जा, भावना और पैसा तब किसी अन्य देवता या संस्था को दिया जाता है जो स्वर्ग के सच्चे परमेश्वर और उसके पुत्र यीशु मसीह के शत्रु हैं। बाइबल परमेश्वर की महान ईर्ष्या और उन लोगों के प्रति उसके कठोर न्याय के बारे में चेतावनियों से भरी हुई है जो उस की महिमा को लेकर उसे दूसरों को देते हैं (याकूब 4:4; यहेज 16:1-59; 2 कुरिन्थियों 11:1-4; आदि।