नई दिल्ली: सीरिया का शहर पूर्वी घोउटा पिछले डेढ़ महीनों में बिल्कुल तबाह और बर्बाद होगया है,सिसकती दम तोड़ती इंसानियत को मारने के लिये अब सीरिया सरकार ने प्रतिबंधित रासायनिक हमला किया है,इस हमले में 70 लोगों की मौत होने की मौत होगई है।
Entire families in shelters gassed to death in #Douma #EastGhouta hiding in their cellars, suffocated from the poisonous gas bringing the initial death toll to more than 40. @SyriaCivilDefe is still in the process of rescue and recovery. pic.twitter.com/GEsmCg5izw
— The White Helmets (@SyriaCivilDef) April 7, 2018
सीरिया ने इसके लिए अमेरिका पर आरोप जड़ा है कि उसने ही यह हमला करवाया है। दरअसल, इस हमले की बात उस वक्त सामने आई जब सीरिया में काम कर रही स्वयंसेवी संस्था व्हाइट हैलमेट ने ट्वीटर पर इस खबर के साथ कुछ फोटो भी पोस्ट किए। इसमें एक जगह पर कई शव दिखाई दे रहे थे। इसमें यह भी कहा गया कि इस हमले के बाद मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
Vidéo montrant des cas d'étouffement parmi les civils, principalement des enfants et des femmes, à la suite de l'attaque chimique par les avions de guerre du gouvernement syrien contre les civils dans la ville de #Douma Ghouta Est. pic.twitter.com/DElsWcGAdz
— The White Helmets (@SyriaCivilDef) April 8, 2018
व्हाइट हैलमेट ने दी जानकारी
व्हाइट हैलमेट के अलावा भी कई मेडिकल, निगरानी व कार्यकर्ता समूहों ने रासायनिक हमले के बारे में जानकारी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हमले के बाद लोगों को सांस लेने में काफी मुश्किल हो रही है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर से विषाक्त नर्व एजेंट सरीन से युक्त बैरल बम गिराया गया था। सीरियाई अस्पतालों के साथ काम करने वाली एक अमेरिकी चैरिटी संस्था यूनियन मेडिकल रिलीफ ने बताया कि दमिश्क रूरल स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने 70 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
A statement about the Chemical attack on #Douma city in #EasternGhouta
For more: https://t.co/LB5BmfqY2T pic.twitter.com/GBqXuOVeDv— The White Helmets (@SyriaCivilDef) April 8, 2018
सरकारी एजेंसी का अपना राग
वहीं सीरिया की समाचार एजेंसी सना का कहना है कि आतंकवादियों के गढ़ में उनसे निपटने के लिए आगे बढ़ रही सेना के अभियान में बड़ी बाधा डाली गई है। इसमें कहा गया है कि सीरियाई अरब सेना को किसी रासायनिक चीज का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है, जैसा कि आतंकवादियों के मीडिया सहयोगियों द्वारा दावा किया गया है। कथित हमलों पर प्रतिक्रिया में अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने कई परेशान कर देने वाली रिपोर्ट देखी हैं। सीरियाई सरकार का अपने लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों को इस्तेमाल करने का इतिहास रहा है।’ सरीन नर्व एजेंट का इस्तेमाल सीरिया में पहले भी हो चुका है।
More families were found suffocated in their houses and shelters in #Douma. The number of victıms is increasing dramatically, and the ambulance teams and the Civil Defense volunteers continue their search and rescue operations. #Doumasuffocating pic.twitter.com/R2Wa3JzZWg
— The White Helmets (@SyriaCivilDef) April 7, 2018
दमिश्क में हमला
आपको बता दें कि पिछले ही दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह अपनी फौज को सीरिया से वापस बुला लेंगे। इस घोषणा का सभी ने स्वागत किया था। इसके बाद पूर्वी घोउटा को लेकर भी विद्रोहियों से सरकार का समझौता हुआ था, जिसके बाद ऐसी खबरें सामने आई थीं कि यह विद्रोही यहां से बाहर जा रहे हैं। लेकिन इन्हीं विद्रोहियों में शामिल जैश अल इस्लाम ने एक बार फिर से दमिश्क समेत कई जगहों पर हमलों को अंजाम दिया है। दमिश्क में हुए ताजा हमले में करीब आधा दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर सना ने दी है। इस हमले में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं।
शांति स्थापना पर सवाल
पूर्वी घोउटा के कथित ताजा हमले और विद्रोहियों के हमलों ने एक बार फिर से सीरिया में शांति स्थापना को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। व्हाइट हैलमेट ने ट्वीट में लिखा है कि सीरियाई सेना ने यह हमला किया है। व्हाइट हैलमेट ने इस हमले के बाद की कई दिल दहला देने वाली तस्वीरें और वीडियो भी पोस्ट की हैं। इन ट्वीट के मुताबिक यह हमला शनिवार देर शाम करीब 8:20 पर किया गया था।
आपको यहां पर ये भी बता दें कि डौमा को छोड़कर सारे पूर्वी घोउटा पर सीरियाई सेना का कब्जा हो चुका है। इसके बाद ही सीरिया की सरकार ने यहां पर व्रिदोहियों को सेफ पैसेज देने के लिए एक समझौता किया था जिसके तहत उन्हें तुर्की बोर्डर की तरफ चले जाना था। लेकिन जैश अल इस्लाम ने सरकार के इस समझौते को मानने से साफ इंकार कर दिया था।