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संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा ने तालेबान की सरकार को मान्यता देने के लिए शर्तें रखीं : रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें तालेबान की सरकार को मान्यता देने की शर्तों का उल्लेख किया गया है। इस प्रस्ताव के पक्ष में 116 मत पड़े जबकि लगभग 70 देशों ने मतदान में भाग ही नहीं लिया। तालेबान की सरकार को मान्यता देने के लिए जिन शर्तों का उल्लेख किया गया है उनमें से एक यह है कि तालेबान मानवाधिकारों विशेषकर शिक्षा के संबंध में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों का सम्मान करें। इसी प्रकार अफगानिस्तान में व्यापक सरकार का गठन और आतंकवाद से मुकाबला तालेबान की सरकार को मान्यता देने की दूसरी शर्तें हैं।

एक साल से अधिक समय से विश्व समुदाय अफगानिस्तान में व्यापक सरकार के गठन और महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों का ध्यान रखे जाने पर बल दे रहा है परंतु तालेबान ने आज तक विश्व समुदाय की इस मांग पर ध्यान नहीं दिया है। अभी हाल में ही रूस की मेज़बानी में मोस्को में अफगानिस्तान के बारे में एक कांफ्रेन्स हुई थी जिसमें अफगानिस्तान में व्यापक सरकार के गठन पर बल दिया गया था। मॉस्को में होने वाली कांफ्रेन्स की समाप्ति पर जो विज्ञप्ति जारी हुई थी उसकी प्रतिक्रिया में तालेबान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि अफगानिस्तान की वर्तमान सरकार एक व्यापक सरकार है।

तालेबान का यह दृष्टिकोण इस बात का सूचक है कि इस देश के लोगों और विश्व समुदाय की मांग के बावजूद तालेबान व्यापक सरकार के गठन के लिए की जाने वाली मांग पर न केवल ध्यान नहीं दे रहा है बल्कि उसका कहना है कि अफगानिस्तान की वर्तमान सरकार एक व्यापक सरकार है और उसमें समस्त संप्रदायों के लोग शामिल हैं। रोचक बात यह है कि मोस्को में रूस की मेज़बानी में जो बैठक हुई थी तालेबान ने उसका स्वागत किया था परंतु इस बैठक की समाप्ति पर जो विज्ञप्ति जारी हुई थी और उसमें व्यापक सरकार के गठन की जो मांग की गयी थी उस पर तालेबान सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दिखाई थी।

ध्यान योग्य बिन्दु यह है कि विश्व समुदाय ने अफगानिस्तान में व्यापक सरकार के गठन के लिए तालेबान से जो मांग की है अगर तालेबान ने उस पर ध्यान नहीं दिया तो विश्व समुदाय की ओर से उसे अधिक प्रतिबंधों का सामना होगा। बहुत से जानकार हल्कों का मानना है कि इस समय अफगानिस्तान में व्यापक सरकार का गठन और महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों पर ध्यान, वह बिन्दु है जिस पर ध्यान देने से अफगानिस्तान के लोगों की बहुत सी समस्याओं और कठिनाइयों के कम करने में सहायता मिलेगी विशेषकर इसलिए कि इस समय अफगानिस्तान के लोगों की आर्थिक दशा बहुत विषम रूप धारण कर चुकी है जबकि कुछ अन्य टीकाकारों का मानना है कि अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति अमेरिका और नाटो के क्रियाकलापों का परिणाम है