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सऊदी अरब और #UAE की मध्यस्थता से हुआ अमरीका और रूस के बीच क़ैदियों का आदान प्रदान : रिपोर्ट

मास्को और वाशिंग्टन ने गुरुवार को एलान कर दिया कि अमरीकी खिलाड़ी ब्रिटनी ग्रेनर और रूसी हथियार व्यापारी विक्टर बोट का आदान प्रदान हो गया है जो रूस और अमरीका में जेल में बंद थे।

सऊदी अरब और इमारात के विदेश मंत्रालयों नेएक बयान में कहा कि क़ैदियों का आदान प्रदान उनकी मध्यस्थता से हुआ है जबकि वाइट हाउस ने किसी भी प्रकार की मध्यस्थता का खंडन किया है।

वाइट हाउस की प्रवक्ता कारीन जान पियर ने कहा कि इन दोनों क़ैदियों की रिहाई के बारे में केवल अमरीका और रूस ने बात की किसी तरह की कोई मध्यस्थता नहीं हुई।

प्रवक्ता ने इतना ज़रूर कहा किहम इमारात के आभारी हैं कि उसने क़ैदियों के आदान प्रदान में अपनी धरती इस्तेमाल करने की सुविधा दी इसी तरह हम कुछ दूसरे देशों का भी आभार व्यक्त करते हैं जिनमें सऊदी अरब भी शामिल है जिन्होंने रूस की सरकार के समक्ष अमरीकी क़ैदियों का मुद्दा उठाया।

वाइट हाउस की प्रवक्ता ने कहा कि उनके देश के सामने दो विकल्प थे या तो एक अमरीकी क़ैदी को रिहा करवाए या किसी की भी रिहाई न हो तो अमरीका ने एक अमरीकी क़ैदी की रिहाई करवाई है और दूसरे क़ैदी पाल वेलन की रिहाई की कोशिश जारी है।

क़ैदियों के आदान प्रदान के बाद सऊदी अरब और इमारात के विदेश मंत्रालयों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इमारात के प्रमुख शैख़ मुहम्मद बिन ज़ायद और सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने मध्यस्थता की। जिसके बाद रूस में क़ैद अमरीकी खिलाड़ी मास्को से विशेष विमान के ज़रिए अबू धाबी पहुंची और रूसी नागरिक विक्टर बोट भी विशेष विमान द्वारा वाशिंग्टन से अबू धाबी पहुंचा और क़ैदियों का आदान प्रदान हुआ।

रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वाशिंग्टन शुरू में इस बार में बात करने के लिए तैयार नहीं था।

बाइडन ने एक बयान में कहा था कि अमरीकियों को स्वदेश वापस लाना विकल्प नहीं अनिवार्य है और उनकी सरकार अनेक अमरीकी नागरिकों को स्वदेश लाई जो विदेशों में गिरफ़तार हुए थे या उनका अपहरण हुआ था। उन्होंने इमारात का आभर जताया कि उसने इस मसले में सहयोग किया। बाइडन ने कहा कि पाल वेलन के मसले में रूस अलग प्रकार का रवैया दिखा रहा है।

अमरीका में रूसी हथियार व्यापारी विक्टर बोट को 2010 से जेल में रखा गया था। उन पर अमरीकियों की हत्या करने और विद्रोहियों को हथियार देने का आरोप लगाया गया था।

वहीं ब्रिटनी ग्रेनर को रूस की अदालत ने अगस्त में मादक पदार्थ रखने के मामले में 9 साल की जेल की सज़ा सुनाई थी।