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सऊदी अरब सरकार इस मशहूर आलिम दीन को क्यों देना चाहती है सज़ा ऐ मौत ?जनिए पूरा मामला ?

नई दिल्ली: सऊदी अरब में प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सत्ता संभालते ही नये बिगाड़ ने जन्म लिया है,शक्तिशाली बनने की होड़ में रजकुमार ने दर्जनों उलेमा और शाही खानदान के लोगों को जेल में बंद कर रखा है,जिसके कारण इस्लामी जगत में बड़ी बेचैनी पाई जारही है।

सऊदी अरब ने अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर खाड़ी में क़तर का बॉयकॉट किया था क्योंकि वो एक उभरती हुई ताक़त बनता जारहा था,ऐसे में सऊदी अरब के एक वरिष्ठ आलिम दीन शेख सलमान अल अवदा ने इसकी निंदा करी और मुसलमानों को एक दूसरे से मिलकर रहने की नसीहत कर डाली जिसके बाद मोहम्मद बिन सलमान ने उनको गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया है।

कौन हैं सलमान अल अवदाह?

दुनियाभर में इस्लामी विद्धवान सलमान-अल-अवदाह भी शामिल जिनकी सोशल मीडिया पर बड़ी पकड़ है उनके ट्वीटर पर उनके 14 मिलियन से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं,एक ट्वीट करने की वजह से लगभग एक साल से वो जेल में बंद हैं।

सऊदी अरब के सार्वजनिक अभियोजन पक्ष ने सलमान-अल-अवदाह के लिए मौत की सज़ा की मांग की है. उनपर चरमपंथ से जुड़े आरोप लगाए गए हैं।

उनके ख़िलाफ़ रियाद में चल रहे विशेष आपराधिक कोर्ट में सुनवाई के पहले दिन ये मांग रखी गई,61 साल के सलमान-अल-अवदाह के ख़िलाफ़ कुल मिलाकर 37 मामले दर्ज किए गए हैं. लंदन की सऊदी राइट्स फाउंडेशन के मुताबिक इन मामलों में सरकार के ख़िलाफ़ लोगों को उकसाने का मामला भी शामिल है।

अवदाह के बेटे ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके पिता के ख़िलाफ़ आलोचना भरे ट्वीट करने और पैगंबर मोहम्मद के सम्मान की रक्षा के लिए एक संस्था बनाने का आरोप है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल के कार्यकर्ता डाना अहमद ने पत्रकारों से कहा, “सऊदी में ये चिंताजनक ट्रेंड गंभीर संदेश दे रहा है कि शांतिपूर्ण असहमति और अभिव्यक्ति दर्शाने वाले लोगों को मौत की सज़ा दी जाएगी।

हालांकि सऊदी के अटॉर्नी जनरल ने इस मामले पर अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है,सऊदी अरब के शासन में राजपरिवार का बोलबाला है. यहां सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शन करने और राजनीतिक पार्टी बनाने पर रोक है।

पिछले साल असहमति जताने वाले कई धार्मिक नेताओं, बुद्धिजीवियों और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गई थी. ये गिरफ्तारियां ऐसे समय में हुई जब सऊदी की सरकार कई तरह के सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने की बात कर रही है।

सलमान-अल-अवदाह को भी 2017 में अन्य 20 लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था,एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा था कि अवदाह को एक ट्वीट के कुछ देर बाद गिरफ्तार किया गया था. ट्वीट में उन्होंने सऊदी अरब और कतर के बीच संभावित सुलह का स्वागत किया था. इससे पहले भी वो सऊदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं।