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सिक्किम, तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ में भारतीय सेना के 8 जवानों समेत अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है

पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम की तीस्ता नदी में बुधवार तड़के अचानक आई बाढ़ में भारतीय सेना के 8 जवानों समेत अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के आठ जवानों की मौत का जिक्र करते हुए बाढ़ में मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया है.

दरअसल बाढ़ प्रभावित इलाकों में लापता लोगों को तलाशने के लिए जारी अभियान में सेना के जवानों के शव बरामद होने की जानकारी अब तक सिक्किम सरकार साझा कर रही थी.

लेकिन रक्षा मंत्री ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सेना के लापता जवानों के बारे में जानकारी साझा करते हुए लिखा,”हाल ही में सिक्किम में हिमानी झील के फटने से उत्पन्न बाढ़ में आठ सैन्य कर्मियों सहित बहुमूल्य जिंदगियों की दुखद क्षति से बहुत दुखी हूं.”

उन्होंने आगे लिखा “लापता 23 सैनिकों में से एक को बचा लिया गया जबकि आठ बहादुर सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए है. राष्ट्र की सेवा में अग्रिम क्षेत्रों में तैनात रहते हुए उनके बलिदान को भुलाया नहीं जाएगा. शेष 14 सैनिकों और लापता नागरिकों को बचाने के लिए तलाशी अभियान जारी है.”

Rajnath Singh
@rajnathsingh
Deeply pained by the tragic loss of precious lives including eight Army personnel in the recent flash floods arising out of glacial lake burst in Sikkim.

Out of the 23 missing soldiers, one was rescued while mortal remains of eight brave soldiers were recovered. Their sacrifice, while being deployed in forward areas in the service of the nation, will not be forgotten. Search operations to rescue remaining 14 soldiers and missing civilians are underway.

तीस्ता नदी पर क्षतिग्रस्त हुए चुंगथांग बांध के निचले इलाके बुरदांग में तलाशी अभियान लगातार जारी है. क्योंकि सिंगताम के पास बुरदांग में सेना का ट्रांजिट कैंप था और अचानक आई बाढ़ में यहां से सेना के 23 जवान लापता हो गए और कई वाहन कीचड़ में धंस गए थे. फिलहाल लापता जवानों को तलाशने के लिए तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू टीम के साथ ही ट्रैकर कुत्तों, विशेष राडार और कई हाई टेक संसाधन का उपयोग किया जा रहा है.

राज्य में खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान चला रही सेना और एनडीआरएफ को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सिक्किम सरकार ने अपने नागरिकों के लिए कई चेतावनी जारी की है ताकि तीस्ता नदी किनारे बसे लोग आगे किसी भी तरह की अनहोनी से खुद को सुरक्षित रख सके. स्थानीय प्रशासन ने ऐसी आशंका जताई कि अब भी कई लोग मलबे में दबे हुए है.

दिलीप कुमार शर्मा

बीबीसी हिंदी के लिए