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सीरिया में अमरीकी सैन्य ठिकाने पर रॉकेटों से हमला : अमरीका को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा : रिपोर्ट

सीरियाई सैन्य ठिकानों पर अमरीकी हमले के जवाब में पूर्वी प्रांत दैर अल-ज़ौर स्थित अमरीकी सैन्य ठिकाने पर रॉकेट हमला हुआ है।

लेबनान के अल-मयादीन न्यूज़ नेटवर्क की रिपोर्ट के मुताबिक़, एक रॉकेट अमरीकी क़ब्ज़े वाली अल-उमर ऑयल फ़ील्ड पर जाकर लगा है।

हालांकि रॉकेट हमले में तुरंत रूप से किसी नुक़सान की कोई विस्तृत जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है।

ग़ौरतलब है कि अमरीकी सेना ने गुरुवार रात सीरियाई प्रतिरोधी गुटों के ठिकानों पर हवाई हमला किया था। पेंटागन ने दावा किया था कि यह हमला, सीरियाई प्रतिरोधी गुटों के ड्रोन हमले के जवाब मे किया गया है, जिसमें उसके एक कंट्रैक्टर की मौत हो गई थी।

अमरीका के रक्षा मंत्री डॉयल ऑस्टिन का कहना था कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेशानुसार, सीरिया के उन गुटों के ठिकानों पर हमला किया गया है, जो अमरीकी सैनिकों की ग़ैर-क़ानूनी उपस्थिति का विरोध कर रहे हैं।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि अमरीकी सेना के दावे के विपरीत यह हमला ईरान समर्थक गुटों के सैन्य ठिकानों पर नहीं किया गया है।

प्रेस टीवी की रिपरोर्ट के मुताबिक़, अमरीकी सेना के हवाई हमले में किसी भी ईरानी नागरिक के मारे जाने या नुक़सान पहुंचने की कोई ख़बर नहीं है।


अमरीका ने सीरिया जैसा हमला अगर इराक़ में किया तो मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा, इराक़ी हिज़्बुल्लाह

इराक़ के इस्लामी आंदोलन कतायब हिज़्बुल्लाह ने अमरीकी सेना को सीधे टकराव की चेतावनी देते हुए कहा है कि इराक़ी प्रतिरोधी एक बार फिर अमरीकी सैनिकों को कभी नहीं भूलने वाला पाठ पठायेंगे।

आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस प्रतिरोधी संगठन का कहना है कि अगर अमरीका ने पड़ोसी देश सीरिया की तरह इराक़ में भी हवाई हमले किए तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।

इराक़ी हिज़्बुल्लाह ब्रिगेड के एक सीनियर अधिकारी अली अल-असकरी ने रविवार को चेतावनी दी कि अगर अमरीका ने इराक़ में आंतकवाद विरोधी गुटों के ठिकानों को निशाना बनाया, तो वे सीधे अमरीकी ठिकानों पर हमला करेंगे।

उन्होंने कहा कि हम एक बार फिर यह बात ज़ोर देकर कह रहे हैं कि अगर अमरीका ने हमारे प्रतिरोधी लड़ाकों पर हमले जैसी कोई बेवक़ूफ़ी की तो कतायब पूरे क्षेत्र में सीधे अमरीकी ठिकानों को निशाना बनाएगा।

ग़ौरतलब है कि अमरीका ने गुरुवार की रात, सीरिया में प्रतिरोधी गुटों के कई ठिकानों पर बमबारी की थी। अमरीकी सेना ने सीरिया में प्रतिरोधी गुटों के ड्रोन हमले में अपने एक कंट्रेक्टर की मौत का आरोप लगाते हुए यह हमला किया था। हालांकि अमरीकी सैनिकों की उपस्थिति इस देश में पूर्ण रूप से ग़ैर-क़ानूनी है, जिसकी दमिश्क़ ने संयुक्त राष्ट्र संघ में शिकायत भी की है