नई दिल्ली: सीरिया में पिछले दो हफ्तों में इंसानियत का क़त्लेआम किया गया है,सीरिया का बड़ा शहर माना जाने वाला घोता पूरी तरह से तबाह हो चुका है,और और चार लाख से अधिक संख्या में आम नागरिक घर से बेघर होकर किसी सुरक्षित जगह पर पनाह ले रहे हैं।
अल जज़ीरा के मुताबिक़ अब तक सीरिया में चलने वाली इस खूनी जँग में एक हज़ार के लगभग निर्दोष लोगों के मारे गए हैं,जो ईरान और रूस तथा सीरिया की संयुक्त सैन्य कार्यवाही के नतीजे में मारे गए हैं,रूस की सैन्य कार्यवाही से ऐसा लगता है कि वे इस जगह पर इंसान का नाम ओ निशान मिटा देना चाहते हैं ,घातक और दुनियाभर में प्रतिबंधित ज़हरीली गैस को छोड़कर नागरिकों को मार रही है।
Russian jets bomb Ghouta despite safe passage pledge #Syria https://t.co/IawzHhE5yH
— Mia Farrow🇺🇦 (@MiaFarrow) March 8, 2018
संयुक्त राष्ट्र संघ सीरिया में मचने वाली इस तबाही और बर्बादी को रोकने में नाकाम साबित हुई है क्योंकि उसके सीज़फायर के आदेश के बावजूद घोता की फ़िज़ा में मंडराने वाले हवाई जंगी जहाज़ बम बरसा रहे हैं और तोपो से हमले कर रहे हैं तथा ज़हरीली गैस से नरसंहार होरहा है।
At least 800 civilians have been killed in 2 weeks https://t.co/RSQig8CQiF
— Middle East Eye (@MiddleEastEye) March 8, 2018
सऊदी अरब सहित मुस्लिम राष्ट्र समझे जाने वाले तमाम देश सीरिया में मुसलमानों के इस क़त्लेआम पर मौन धारण किये हुए हैं,अब तक किसी भी राष्ट्र ने इस मानव नरसंहार को रुकवाने की माँग नही करी है और ना किसी ने इन तीनों देशों पर किसी भी तरह का कूटनीतिक दबाव बनाया है।
Syrian government forces poised to slice eastern Ghouta in two: commander https://t.co/ckgAVgVRow pic.twitter.com/N5wXunIu1Z
— Reuters (@Reuters) March 8, 2018
सीरिया में बमबारी और ज़हरीली गैस से मरने वालों की संख्या में रोज़ाना बढ़ोतरी होरही है जो पूरी दुनिया के इंसानों के लिये बड़ी शर्मनाक बात है,कल एक दिन में 70 लोग हवाई हमले में शहीद हुए हैं।
UN calls for implementation of truce resolution as the latest shelling blocks aid convoy from entering Eastern Ghouta https://t.co/CSCJre6es2 pic.twitter.com/nYbXIUlzru
— Al Jazeera English (@AJEnglish) March 8, 2018