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हज के दौरान होने वाली आपदाओं से निपटने के लिये सऊदी अरब सरकार ने उठाया ये बड़ा क़दम-जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: हज 2018 में लगभग दो मिलियन यानी 20 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना जताई जारही जिसकी तैयारियों के लिए सऊदी सरकार पूरे तौर पर लगी हुई है,हज के दौरान किसी भी प्रकार की आपात्काल स्थिति से निपटने के लिये सऊदी अरब सरकार ने डिजिटल उपकरणों का फायदा उठाया है ।

इसी कारण से हज 2018 को बेहतर बनाने के लिए उसके दौरान आने वाली आपदाओं के हाईटेक निदान उपलब्ध कराने के मद्देनजर सऊदी में एक हैकाथॉन का आयोजन किया गया. जेद्दाह के कैवर्नस हॉल में हजारों सॉफ्टवेयर पेशेवर और छात्रों ने हिस्सा लिया. हज की यह वार्षिक यात्रा इस माह के अंत में शुरू होगी. इस बार 20 लाख से अधिक लोगों के मक्का पहुंचने की संभावना है. आयोजकों ने बताया कि करीब 3000 सॉफ्टवेयर प्रोग्रामरों के साथ हैकाथॉन के इस आयोजन से सऊदी अरब ने ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी जगह बना ली है।

हैकाथॉन शुक्रवार को समाप्त हो गया हालांकि इनके परिणामों को अभी परखा नहीं गया है. इस हैकाथॉन की इनामी राशि 5,33,000 डॉलर है. हैकाथॉन के आयोजक एवं सऊदी फेडरेशन फॉर साइबर सिक्योरिटी एंड प्रोग्रामिंग के मुख्य कार्यकारी नौफ-अल रकान ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य हज यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना है।

आपको बता दें कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और भारतीय हज कमेटी ने इस साल की हजयात्रा आरंभ होने से कुछ दिनों पहले लोगों के लिए फ्लाइट बुकिंग की ऑनलाइन पुष्टि की सुविधा शुरू की है, जिससे दूरदराज में रहने वाले हजारों लोगों काफी सहूलियत होगी. इस सुविधा के आरंभ होने से दूरदराज और।

ग्रामीण इलाकों में हजयात्रियों को यात्रा की तारीख को लेकर ऊहापोह की स्थिति से नहीं गुजरना होगा.हज समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मकसूद अहमद खान के मुताबिक, अब लोग घर बैठे फ्लाइट बुकिंग की ऑनलाइन पुष्टि कर सकते हैं. उन्होंने बताया, ‘अब हज पर जाने वाले लोग हज कमेटी की वेबसाइट पर जाकर फ्लाइट की बुकिंग की पुष्टि कर सकेंगे.’