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हमारा दोस्ती का हाथ ईरान की तरफ़ बढ़ा हुआ है, ईरान के ख़िलाफ़ सऊदी अरब किसी सैन्य गठजोड़ में शामिल नहीं होगा

सऊदी अरब के विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान ने यह स्वीकार करते हुए कि इस्राईल के साथ सहयोग के विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई, कहा कि हमारा दोस्ती का हाथ ईरान की तरफ़ बढ़ा हुआ है।

फ़ैसल बिन फ़रहान ने जिद्दा शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर पत्रकार सम्मेलन में कहा कि उनका देश ईरान के साथ सामान्य रिश्तों में दिलचस्पी रखता है। उन्होंने कहा कि जिद्दा बैठक अमरीका की साझेदारी के विषय पर केन्द्रित थी।

सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान के साथ होने वाली वार्ता सार्थक रही है लेकिन अभी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी है, हमें आशा है कि आने वाले समय में इस संदर्भ में बुनियादी बदलाव देखने में आएगा। उन्होंने कहा कि कूटनैतिक समाधान ही ईरान के संबंध में सबसे बेहतर मार्ग है।

फ़ैसल बिन फ़रहान ने कहा कि ईरान की तरफ़ से इस शिखर सम्मेलन के नाम कोई संदेश नहीं भेजा गया।

सऊदी विदेश मंत्री ने पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी के विषय में बोलते हुए कहा कि हमने राष्ट्रपति जो बाइडन को सूचित किया है कि ख़ाशुक़जी हत्या कांड में लिप्त लोगों के ख़िलाफ़ किस तरह की कार्यवाही की गई है और इस तरह की ग़लती दोबारा न हो इसके लिए क्या क़दम उठाए गए हैं।

फ़ैसल बिन फ़रहान का कहना था कि जिद्दा बैठक में इस्राईल के साथ सामरिक या तकनीक के क्षेत्र में सहयोग के विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने यह भी कहा कि अरब नैटो जैसा कोई विषय इस बैठक में नहीं उठाया गया और हमें पता ही नहीं कि यह शब्दावली कहां से आ गई।

सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि बैठक में तेल का उत्पादन बढ़ाने के विषय पर ख़ास तौर पर कोई बात नहीं हुई

सऊदी विदेश मंत्री ने कहा ईरान के खिलाफ सऊदी अरब किसी सैन्य गठजोड़ में शामिल नहीं होगा,