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हमें सर्वशक्तिमान ईश्वर की मदद से मस्जिदुल अक़्सा को आज़ाद कराने के लिए तैयार रहना चाहिए : ईरानी कमांडर सरदार नक़दी

इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल आईआरजीसी के वरिष्ठ कमांडर सरदार नक़दी का कहना है कि हिज़्बुल्लाह की ज़मीनी सेनाएं ज़ायोनी सेना को तबाह करने में सक्षम हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, आईआरजीसी के डिप्टी कोऑर्डिनेटर ने फ़िलिस्तीन से अवैध तरीक़े से क़ब्ज़ा करने वाले ज़ायोनियों को बाहर निकालने की तैयारी की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हिज़्बुल्लाह की ज़मीनी सेनाएं ज़ायोनी शासन की सेना को ध्वस्त करने में सक्षम हैं। फ़ार्स समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आईआरजीसी के उप समन्वयक ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रज़ा नक़दी ने लेबनान की प्रसिद्ध वेबसाइट “अल-अहद” से बातचीत में लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध के गठन की 40वीं वर्षगांठ की बधाई दी।अल-अहद वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक़, लेबनान के प्रतिरोध नेतृत्व और विशेष रूप से हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरल्लाह को बधाई देते हुए, जनरल नक़दी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रतिरोध ने हमेशा दुश्मनों और उनके समर्थकों को पराजित किया है।

आईआरजीसी के कमांडर ने कहा कि आज हम एक ऐसे चरण में हैं जहां हमें सर्वशक्तिमान ईश्वर की मदद से मस्जिदुल अक़्सा को आज़ाद कराने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीन से ज़ायोनियों को बाहर निकालना और बैतुल मुक़द्दस की ओर बढ़ना शुरु कर देना चाहिए। जनरल मोहम्मद रज़ा नक़दी ने कहा कि आज हिज़्बुल्लाह और इस्लामी प्रतिरोध महानता और शक्ति के चरम पर हैं और आज के प्रतिरोध की ताक़त की तुलना पिछले दशकों से नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज हिजबुल्लाह के पास इस क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली ज़मीनी सेना है जो बहुत ही आसानी से ज़ायोनी सेना को धूल चटा सकती है।