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“लो खाओ और मरो, कोई अच्छी चीज़ तो तुम लोग खाओगे नहीं बस यही है गू गोबर खाओ और पचर-पचर थूको…”चित्र गुप्त
चित्र गुप्त ==================== दो रुपए ****** ठिठुरन भरी सुबह में ट्यूशन पढ़कर लौट रहे बच्चे एक हाथ अपनी जेब में डाले और दूसरे हाथ से साइकिल का हैंडल सम्हाले झुंड में जोर जोर से बातें करते और ठठ्ठा लगाते जा रहे थे। सड़क किनारे थोड़ी थोड़ी दूर पर घर बने हुए थे। कुछ भैंसें और […]
ख़ूब है इश्क़ का ये पहलू भी,,,मैं भी बर्बाद हो गया तू भी….
Mohd Iftakhar =============== अमेरिका के एक गणितज्ञ थे,उनकी बीवी ने तलाक़ देते हुए कहा था कि ये आदमी बुरे नहीं है लेकिन सुबह शाम दिन रात अपनी ही दुनिया में खोये रहते हैं,डिनर टेबल हो या बेडरूम,हर जगह अपना दिमाग़ जाने किस कैल्क्युलेशन में लगाये रहते हैं,तमाम अच्छाईयों के बीच इसी एक कमी के कारण […]
मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी…पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर..,By-Dr.vijayasingh
Dr.vijayasingh ============ समय निकालकर पूरा अवश्य बढ़े….. एक तालाब था उसमें एक मछली रहती थी और पास में ही एक बगुला.. मछली अपने तालाब की सबसे होशियार लड़की थी.. पढ़ने में तेज घर के सभी कामो में एकदम चतुर.. बगुले की उसपर काफी समय से नजर थी.. उसने एक दिन उससे बात करने की कोशिश […]