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हम न तो जमीयत से, न हुर्रियत से और न ही पाकिस्तान से बात करेंगे : लोकसभा में अमित शाह

भारत के केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी की सरकार की नीतियों से जम्मू कश्मीर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।

बुधवार को लोकसभा में मणिपुर पर विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कश्मीर पर अमित शाह ने कहाः हम न तो जमीयत से, न हुर्रियत से और न ही पाकिस्तान से बात करेंगे।

अमित शाह ने कहा कि विपक्ष ने कहा था कि आर्टिकल 370 हटाने पर ख़ून की नदियां बह जाएंगी, लेकिन किसी को एक कंकड़ फेंकने की भी हिम्मत नहीं हुई।

शाह का कहना था कि इस अविश्वास प्रस्ताव का मक़सद जनता में भ्रम और भ्रांति पैदा करना है।

मोदी सरकार के गृह मंत्री का कहना था कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ है। अब तक 152 लोग मारे गए हैं, लेकिन इस मामले को राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मणिपुर मामले में वहां के नस्लीय हिंसा के स्वभाव को जनता को जानना पड़ेगा।

अमित शाह ने बताया कि उनकी सरकार ने म्यामांर बॉर्डर पर 2022 में फेंसिंग का निर्णय किया था। 10 किलोमीटर में फेंसिंग हो चुकी है और 60 किलोमीटर में काम चल रहा है।

इससे पहले बुधवार को ही राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा था कि मोदी सरकार ख़ुद ही मणिपुर समेत देश में हिंसा की आग भड़का रही है, क्योंकि इस सरकार का स्वभाव ही हिंसा फैलाना है।

उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा सिर्फ़ एक राज्य पर हमला नहीं, बल्कि भारत माता पर हमला है