दुनिया

हम पश्चिमी देशों को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को ख़राब करने की अनुमति नहीं देंगे : रूस

रूस के विदेशमंत्री ने कहा है कि हम पश्चिमी देशों को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को खराब करने की अनुमति नहीं देंगे।

सरगेई लावरोफ ने अपने क़ज़्ज़ाक़ी समकक्ष के साथ मॉस्को में संयुक्त प्रेस कांफ्रेन्स में विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत बनाये जाने पर बल दिया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिर स्थिति का सेन्ट्रल एशिया की स्थिति पर बहुत प्रभाव पड़ता है।

इस प्रेस कांफ्रेन्स में जब उनसे पश्चिमी देशों द्वारा रूस के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के खराब किये जाने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि रूस ने पूर्व सोवियत संघ के विघटन के बाद और जब हम स्वतंत्र व स्वाधीन हो गये, विश्व के स्वतंत्र व स्वाधीन संगठनों से जुड़ने का प्रयास आरंभ कर दिया और हमने अपने घटकों व भागीदारों के साथ बहुत सुझाव व प्रस्ताव पेश किये हुए हैं और हम अधिक सहकारिता व सहयोग के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि रूस और क़ज्जाकिस्तान या हर देश को स्वतंत्र ढंग से अमल करने का अधिकार है और हर उस देश के साथ अपने संबंधों को विस्तृत कर सकता है जिससे वह चाहे। इसी प्रकार लावरोफ ने कहा कि हर देश अपने लिए सम्मान को मानता है और उन संगठनों के मुकाबले में हमेशा धैर्य से काम नहीं ले सकता जो एक देश के आंतरिक कानूनों का उल्लंघन करते हैं और हम किसी को भी इस बात की अनुमति नहीं देंगे कि हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करे।

इसी प्रकार रूसी विदेशमंत्री ने कहा कि हम सेन्ट्रल एशिया के देशों के साथ अपने संबंधों को मज़बूत करना जारी रखेंगे क्योंकि इस तरह से हमारे बीच व्यापारिक लेनदेन के स्तर में वृद्धि हो सकती है।

क़ज्जाकिस्तान के विदेशमंत्री ने मुराद नूरतोलोव ने भी इस प्रेस कांफेन्स में कहा कि रूस के उच्च शिक्षा मंत्रालय ने हमें सात सीटें प्रदान की हैं जो बहुत कम हैं क्योंकि हमारे बीच अधिक प्रतिस्पर्धा है और हम उसे अधिक से अधिक बेहतर होने का प्रयास कर रहे हैं और हमें जो सूचनायें प्राप्त है उसके अनुसार रूस के पास 3 लाख 20 हज़ार विदेशी छात्र हैं जिसमें 80 प्रतिशत कज्जाकी हैं और यह इस बात का सूचक है कि हमारे युवा उच्च शिक्षा रूस में हासिल करना चाहते हैं।