साहित्य

हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान…By…व्यंजना आनंद, बेतिया “बिहार”

Vyanjana Anand
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हिन्दी दी हार्दिक बधाई आप सभी को 🙏
*हिन्दी भाषा*
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हिंदी भाषा शान है, हिंदी ही अभिमान ।
मिलती हिंदी से हमें, सप्त सुरों की तान ।।
व्यंजन स्वर अति भावने, प्राचिनता के स्त्रोत ।
भाव समाहित है सभी, हृदय मृदुलता बोत ।।
राष्ट्र गान की पंक्ति में, हिंदी के हर बोल ।
अंग्रेजी के भाव से, कभी न इसको तोल ।
संस्कृत के ही गर्भ से, हिंदी का निर्माण ।
इसे समझने के लिए ,पढ़ना वेद पुराण ।।
सम्मोहन के भाव से, लिखकर तोड़ो फंद ।
आत्मसात कर दृश्य का, लिख जाते फिर छंद ।।
ऋषियों की यह खोज थी, प्रकृति सुरों से वर्ण ।
चौतरफा ही व्याप्त थे, बहुत रूप में अर्ण ।।
हिंदी भाषा पर सदा, करना तुम सब गर्व ।
आज मनाते मिल यहाँ, इसी दिवस का पर्व ।।
हिंदी भाषा राष्ट्र की, करो सदा सम्मान ।
इससे ही हर क्षेत्र में, बढ़े हमेशा शान ।।
बहुत दुःख के साथ अब, रखती मन के भार ।
इस भाषा को छात्र तो, समझे सदा गँवार ।।
अंग्रेजी के शब्द को, समझे अपनी शान ।
गिटर-पिटर वे कर यहाँ, खोलें नयी दुकान ।।
हिन्दी लिख पढ़ बोल कर, सदा करो अभिमान ।
इस भाषा में हैं भरी, शुद्ध शब्द की खान ।।
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व्यंजना आनंद ( मिथ्या )
बेतिया ” बिहार ”
प.चम्पारण