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देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की……आरती दुबे की रचना
Aarti Dubey ============== · देह मेरी, हल्दी तुम्हारे नाम की । हथेली मेरी, मेहंदी तुम्हारे नाम की । सिर मेरा, चुनरी तुम्हारे नाम की । मांग मेरी, सिन्दूर तुम्हारे नाम का । माथा मेरा, बिंदिया तुम्हारे नाम की । नाक मेरी, नथनी तुम्हारे नाम की । गला मेरा, मंगलसूत्र तुम्हारे नाम का । कलाई मेरी, […]
सभी को अपने तुच्छ स्वार्थ भूलकर परिवार की समृद्धि के लिए काम करना चाहिए : लक्ष्मी सिन्हा का लेख
Laxmi Sinha ============= · परिवार सामाजिक संगठन की प्रथंम इकाई है। समाजिक शक्ति परिवारिक शक्ति पर निर्भर करती है।इसीलिए समाज के सशक्तिकरण के लिए परिवार का सशक्त होना जरूरी है। जब हम परिवार की बात करते हैं तो रक्त संबंध के सभी रिश्ते परिवार की श्रेणी में आ जाती है, जैसे माता _पिता, पति _पत्नी, […]
राम शिरोमणि उपाध्याय की एक ग़ज़ल और एक गीत!
Ram Shiroman Upadhyay =========== ग़ज़ल याद अपनी दिला कर चली गई पगली, दिल में अरमां जगा कर चली गई पगली। सर झुकाना हर समय अच्छा नहीं होता, मुझको यह बात बता कर चली गई पगली यहां अपनी मुसीबत आप ही सहनी पड़ती, हुनर जीने का सीखा कर चली गई पगली। मोहताज ज़िंदगी में किसी का […]