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हिज़्बुल्लाह और अंसारुल्लाह के बीच फंसा तेलअवीव : यमन के इस ड्रोन ने इस्राईल की नींद हराम कर दी है!

इस्राईल भविष्य की संभावित लड़ाई में यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के ड्रोन विमानों से बहुत चिंतित है।

एक हिब्रू चैनल ने भविष्य में इस्राईल के साथ प्रतिरोध के मोर्चे की संभावित भिड़ंत और अंसारुल्लाह द्वारा ड्रोन के उपयोग की संभावना के बारे में ज़ायोनी अधिकारियों की चिंता की सूचना दी।

फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ज़ायोनी शासन के सैन्य अधिकारी इन दिनों लेबनान में हिज़्बुल्लाह के साथ कारिश गैस फ़ील्ड और उसमें ज़ायोनी शासन की ड्रिलिंग को लेकर तनाव की स्थिति का सामना कर रहे हैं और वे हिज़्बुल्लाह के साथ एक नये युद्ध की शुरुआत की संभावना का एलान कर रह हैं, चैनल-I24 ने जानकार इस्राईली स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि तेल अवीव आने वाले समय में “लेबनान के हिज़्बुल्लाह” संगठन के साथ एक सैन्य टकराव से इंकार नहीं करता है और इसके साथ ही यमनी ड्रोन द्वारा निशाना बनाए जाने की संभावना की भविष्यवाणी भी करता है।

इन सूत्रों ने दावा किया कि ईरान, हिज़्बुल्लाह के माध्यम से मैदाने जंग में तेल अवीव को एक ज़बरदस्त झटका देने की कोशिश कर रहा है। ताकि दोनों पक्षों के बीच जंग के समीकरण बदल दे। इसी मध्य, इस्राईल जिस वास्तविक ख़तरे का सामना कर रहा है वह यमन में छिपा हुआ है और हिज़्बुल्लाह के समन्वय से अंसारुल्लाह द्वारा इस्राईल को निशाना बनाए जाने की संभावना एक वास्तविक रूप धारण कर चुकी है।

इन सूत्रों के मुताबिक़, हिज़बुल्लाह उत्तरी मोर्चे को शुरु करके इस्राइल को धोखा दे रहा है लेकिन इस्राइल भी अलहूसी ग्रुप के ड्रोन द्वारा दक्षिणी भाग में मोर्चा खोलने की संभावना की भी अनदेखी नहीं कर रहा है।

ज़ायोनी शासन के आरक्षित बलों के कमांडर “आमूस यादलिन” ने पिछले सोमवार को एक लेख में लिखा था कि इस शासन को हिज़्बुल्लाह के साथ बड़े पैमाने पर सैन्य संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए।

भूमध्य सागर में ज़ायोनी शासन की सुविधाओं और गैस क्षेत्रों को टारगेट बनाने के संबंध में लेबनान के हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह की धमकियों के बारे में उन्होंने कहा कि तेल अवीव के अधिकारियों को संघर्ष रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए।

“आमूस यादलीन” ने कहा कि हिज़्बुल्लाह की धमकियां खोखली नहीं हैं और हमें इन धमकियों के बाद व्यावहारिक कार्रवाई की प्रतीक्षा करनी चाहिए। इस संबंध में उन्होंने कारिश गैस फ़ील्ड की ओर तीन ड्रोन भेजने और अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के साथ सीमा पर हिज़बुल्लाह की गतिविधियों का उल्लेख किया।

दो दिन पहले इस्राईली रेडियो के साथ एक साक्षात्कार में ज़ायोनी शासन के युद्ध मंत्री, बेनी गैंट्ज़ ने तेल अवीव की हार का उल्लेख किए बिना लेबनान के हिज़्बुल्लाह को धमकी दी थी कि लेबनान के हिज़्बुल्लाह के साथ तनाव की स्थिति युद्ध में बदल सकती है, मुझे आशा है कि हमें लेबनान के साथ युद्ध में दाख़िल नहीं होना पड़ेगा क्योंकि यह लेबनान और उसके नागरिकों के लिए एक त्रासदी होगी।