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अधिवक्ता संघ ने भाजपा विधायक की रिश्वत मामले अग्रिम ज़मानत याचिका शीघ्र सूचीबद्ध होने पर प्रधान न्यायाधीश को लिखा पत्र : रिपोर्ट

बेंगलुरु, आठ मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मदल विरूपक्षप्पा की अंतरिम अग्रिम जमानत याचिका जल्द सूचीबद्ध होने पर बेंगलुरु के अधिवक्ता संघ (एडवोकेट्स एसोसिएशन) ने चिंता जताते हुए उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखा है।.

विरूपक्षप्पा पर अपने बेटे प्रशांत कुमार एम वी के जरिए रिश्वत लेने का आरोप है। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि सरकार के समर्थन के बिना ऐसा नहीं होगा।.


रिश्वत मामले में फरार विधायक को HC से अग्रिम जमानत, बेंगलुरु की सड़क पर जमकर झूमे बीजेपी के वर्कर्स

कर्नाटक सोप एंड डिटरजेंट कांट्रेक्ट स्कैम के मुख्य आरोपी और बीजेपी के विधायक मदल विरुपक्षप्पा को हाईकोर्ट से अंतरिम अग्रिम जमानत मिली तो पार्टी वर्कर्स ने सड़कों पर जमकर जश्न मनाया। बीजेपी के वर्कर उस कार के इर्द गिर्द भारी तादाद में दिखे जिसमें विधायक सवार थे। वो पार्टी के झंडे लहरा रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे। चालीस लाख रुपये की रिश्वत के साथ बेटे के अरेस्ट होने के बाद से ही विरुपक्षप्पा फरार चल रहे थे।

मदल विरूपक्षप्पा का बेटा प्रशांत बेंगलुरु जल बोर्ड में चीफ अकाउंटेंट था। अभी वो स्टेट अकाउंट डिपार्टमेंट में ज्वाइंट कंट्रोलर है। लोकायुक्त पुलिस ने प्रशांत को 40 लाख रुपये रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके बाद घर पर हुई रेड में पुलिस को 8 करोड़ रुपये से ज्यादा मिले। पुलिस का कहना है कि कर्नाटक सोप एंड डिटरजेंट फैक्ट्री (KSDL) को एक ठेका देने की एवज में प्रशांत ने 81 लाख रुपये बतौर रिश्वत मांगे थे। विधायक खुद KSDL के चेयरमैन थे। लेकिन बेटे के अरेस्ट होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कहना है कि ये साजिश है।

मामले में श्रेयस कश्यप ने शिकायत दर्ज कराई थी। वो केमिकल कॉरपोरेशन के मालिक हैं। KSDL को केमिकल ऑयल सप्लाई करने को लेकर जनवरी 2023 में उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। कश्यप का आरोप है कि प्रशांत मदल ने उससे 81 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने रेड की तो क्रेसंट रोड पर मौजूद एक दफ्तर से प्रशांत समेत पांच लोगों को 40 लाख के साथ अरेस्ट किया गया।

रिश्वत मामले में बीजेपी विधायक को मुख्य आरोपी बनाया गया जबकि उनके बेटे को दूसरा आरोपी बनाया गया। बाकी चार लोगों पर PC एक्ट के सेक्शन 8 के तहत केस दर्ज किया गया है। बीजेपी विधायक के बेंगलुरु और चन्नागिरी स्थित घरों पर रेड में 8 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए गए। उनका कहना है कि विधायक फिलहाल फरार है।