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अमरीका की पोल खुल गयी : जो बाइडन 2024 के चुनावी मैदान में उतरने लाएक़ नहीं : रिपोर्ट


अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी राय ज़ाहिर की है कि जो बाइडेन की हालत ऐसी नहीं है कि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में खड़े हो सकें।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कहा है कि जो बाइडन के हालिया इंटरव्यू के दृष्टि ऐसा नहीं लगता कि जो बाइडेन नए चुनावी कैंपेन का प्रबंधन करने की क्षमता रखते हों।

ट्रम्प ने कहा कि जब रिपोर्टर ने मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा कि क्या वह अगले राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होंगे या नहीं, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से परहेज किया और इधर-उधर की बातें करते रहे।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें लगता है कि जो बाइडेन अगले चुनाव में खड़े नहीं हो पाएंगे।

उल्लेखनीय है कि डोनल्ड ट्रम्प ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के अभियान की शुरुआत टेक्सास राज्य से की है। अपने समर्थकों के बीच रैली में ट्रम्प जैसी उम्मीद थी जो बाइडेन, अपने अन्य रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों और अदालत के अभियोजकों पर जमकर बरसे।

ज्ञात रहे कि ट्रम्प के ख़िलाफ अश्लील फिल्मों की एक अभिनेत्री को एक लाख 30 हज़ार डॉलर की रिश्वत देने का भी मामला है जिसकी जांच न्यूयॉर्क की एक अदालत कर रही है।


पेंटागन के लीक दस्तावेजों से अमरीकी पोल खुल गयी

पेंटागन के लीक दस्तावेजों से पता चला है कि अमेरिका और यूरोप न केवल यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं, बल्कि पहले के दावों के विपरीत युद्ध के मैदान में अपने स्वयं के सैनिकों को भी तैनात कर रहे हैं।

ब्रिटिश अखबार गार्जियन ने अमेरिकी युद्ध विभाग के लीक हुए दस्तावेज़ों का हवाला देते हुए बताया कि पिछले फ़रवरी और मार्च के इन दस्तावेज़ों से पता चलता है कि ब्रिटेन के एलिट सैन्य बल के पचास सदस्य यूक्रेन की ओर से रूस से लड़ रहे हैं।

यह बताया गया है कि चौदह अमेरिकी और पंद्रह फ्रांसीसी अधिकारियों को यूक्रेन भेजा गया है।

गार्जियन के अनुसार, चौदह अमेरिकी सैनिक और पेंटागन के विशेष बलों के उनतीस सदस्य कीव में अमेरिकी दूतावास में हैं।

सामने आने वाले दस्तावेज़ इस बात की पुष्टि करते हैं कि अमेरिकी नौसेना के सुरक्षा बलों के सदस्य भी आधिकारिक तौर पर कीव में मौजूद हैं।

ज्ञात रहे कि पिछले कुछ दिनों में ट्विटर और टेलीग्राम पर अमेरिका के गोपनीय दस्तावेज लीक हुए थे, जिसमें वाशिंगटन और नैटो द्वारा यूक्रेन को हथियारों की डिलीवरी और बाइडेन सरकार की कई शीर्ष गोपनीय सूचनाएं सामने आई हैं। इन दस्तावेजों से कई मामले उजागर हुए हैं।

दूसरी ओर, रूस की संसद के ड्यूमा ने घोषणा की है कि इन दस्तावेज़ों से साबित होता है कि यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास पेंटागन के फील्ड ऑपरेशन सेंटर में बदल गया है जहां से अमेरिकी सैन्य और जैविक लक्ष्यों को पूरा किया जाता है।

स्टेट ड्यूमा की डिप्टी स्पीकर इरीना यारोवाया ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन की स्थिति का लाभ उठा रहा है और यूक्रेन को विभिन्न कीटाणुओं और विभिन्न बीमारियों के लिए एक प्रयोगशाला बना रहा है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह अभी तक सामने नहीं आया है कि पेंटागन यूक्रेन से अपनी प्रयोगशालाओं में कौन से कीटाणु स्थानांतरित कर रहा है