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अमरीका के साथ विवाद एक नाक़ाबिले बर्दाश्त विनाश साबित होगा : चीन के रक्षा मंत्री

चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफ़ू ने एशिया के उच्च सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अमरीका के साथ विवाद एक नाक़ाबिले बर्दाश्त विनाश साबित होगा मगर उनका देश टकराव के बजाए बातचीत चाहता है।

रोयटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर में शंग्रेला डायलाग को संबोधित करते हुए शांगफ़ू ने कहा कि दुनिया इतनी बड़ी है कि चीन और अमरीका दोनों एक साथ विकास कर सकते हैं। यह रिमार्क्स उन्होंने उस समय दिए जब उन्होंने अपने अमरीकी समकई से प्रत्यक्ष मुलाक़ात करने से इंकार कर दिया है।

चीनी रक्षा मंत्री का कहना था कि चीन और अमरीका के सिस्टम अलग हैं और दोनों बहुत से दूसरे तरीक़ों से भी अलग हैं। मगर फिर भी दोनों पक्षों को आपसी संबंधों को बढ़ाने और सहयोग को गहरा करने के लिए संयुक्त बुनियादों पर संयुक्त हितों की कोशिश से रुकना नहीं चाहिए।

चीनी रक्षा मंत्री ने कहा कि इसका तो खंडन नहीं किया जा सकता कि चीन और अमरीका के बीच गंभीर विवाद और टकराव दुनिया के लिए असहनीय तबाही साबित होगा।

वाशिंग्टन और बीजिंग के बीच संबंध कई मसलों पर बहुत तनावपूर्ण हैं जिनमें बहुत महत्वपूर्ण ताइवान का मसला है। इसके अलावा चीन सागर में भी दोनों के बीच गहरे मतभेद हैं।

चीनी रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में बहुत एहतियात से बात की और यह कहते हुए अमरीका का ज़िक्र किया कि कुछ देश हथियारों की दौड़ को तेज़ और जान बूझ कर दूसरों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शीत युद्ध की मानसिकता दोबारा सिर उठा रही है जिससे सुरक्षा ख़तरे गंभीर रूप से बढ़ रहे हैं।