दुनिया

अमरीका से मांग, यूक्रेन की सामरिक सहायता बंदी की जाए वरना विश्व युद्ध का ख़तरा है : यूरोपीय देश

एक यूरोपीय देश ने यूरोप और अमरीका से मांग की है कि यूक्रेन की सामरिक सहायता बंदी की जाए वरना विश्व युद्ध का ख़तरा है।

बुल्ग़ारिया के राष्ट्रपति रोमीन रेडीफ़ ने कहा कि यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई आग में तेल डालने का काम कर रही है और हथियार सप्लाई का सीधा मतलब यह है कि हम और भी मौतें होने की बात स्वीकार कर रहे हैं।

बुलगारिया के राष्ट्रपति का कहना था कि यूक्रेन की जंग बहुत व्यापक और बहुत ज़्यादा हिंसक हो चुकी है और इससे विश्व स्तर का आर्थिक संकट पैदा हो सकता है जिसकी पीड़ा यूरोपीय के लोगों महसूस करने लगे हैं।

यह तकरार तब शुरू हुई है जब जर्मनी पर दबाव बढ़ाया गया है कि वह यूक्रेन को ल्युपर्ड टैंक सप्लाई करे। जर्मनी के सामने यह मांग स्टोनिया, लिथवानिया और लैटविया के विदेश मंत्रियों ने रखी है और इस तरह उन्होंने जर्मनी को कठिनाई में डाल दिया है।

जर्मनी के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह इस बात से सहमत नहीं है कि यूक्रेन को ल्युपर्ड 2 टैंक सप्लाई किए जाएं लेकिन अगर घटकों के बीच इस बात पर सहमति बन जाती है तो जर्मन सरकार यह क़दम उठाने के लिए तैयार है।

इससे पहले जर्मनी में होने वाली बैठक में यूक्रेन को भारी टैंक सप्लाई करने पर सहमति नहीं बनी थी जिसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की ने कहा कि भारी टैंकों का कोई अन्य विकल्प नहीं है ज़मीन पर प्रगति के लिए इन टैंकों की ज़रूरत है।

वहीं वाइस आफ़ अमेरिका ने यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रीज़नीकोफ़ ने कहा कि यूक्रेन की सेनाएं पोलैंड में जर्मनी के ल्युपर्ड 2 टैंक का अभ्यास करेंगी।

इस समय दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेन और रूस की सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई चल रही है।