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अमेरिका और उसके सहयोगी लेबनान में सरकार नहीं बनना देना चाहते, लेबनान को अस्थिर करना चाहते हैं : हिज़्बुल्लाह

हिज़्बुल्लाह ने कहा है कि अमेरिका और उसके सहयोगी लेबनान में सरकार नहीं बनना देना चाहते और न ही हमारे देश को शांति की ओर बढ़ते देखना चाहते हैं।

मेहर न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, हिजबुल्लाह के उप महासचिव शेख नईम क़ासिम ने संगठन की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कहा कि नई कैबिनेट का गठन एक नए चरण की शुरुआत है। नईम क़ासिम ने कहा कि सरकार के गठन के बाद संसद सदस्य विभिन्न मुद्दों पर नई सरकार से स्पष्टीकरण मांग सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार नहीं बनती है, तो संसद में किसी को भी दूसरे पक्ष पर महाभियोग चलाने का अधिकार नहीं होगा। शेख़ नईम क़ासिम ने कहा कि इन दिनों लेबनान में स्थिति असाधारण है और सबसे कम शर्तों पर सरकार बनाई जानी चाहिए। हालांकि परिस्थितियों की जटिलता कुछ पार्टियों के हित में है, सरकार का गठन अपरिहार्य है।

हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव ने कहा कि “हमें अंतिम समय तक पूरे प्रयास करने होंगे, क्योंकि हम जानते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगी लेबनान में सरकार का गठन नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी हमारे देश को असुरक्षा की ओर धकेलना चाहते हैं। हमें साहसिक निर्णय लेने होंगे और दृढ़ता के साथ क़दम बढ़ाने होंगे ताकि बिना सरकार के देश न चले।