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अमेरिकी आतंकी सेना मिलिशिया की मदद से सीरियाई तेल की लूट और उसकी तस्करी कर रही है : रिपोर्ट

सीरिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में अतिग्रहणकारी अमेरिकी सैनिकों द्वारा देश के तेल की निरंतर चोरी की निंदा की और सीरिया से अमरीकी सैनिकों के निष्कासन की मांग की।

2011 के बाद से, सीरिया ने पश्चिमी, हिब्रू, अरब और तुर्क मोर्चे के समर्थन से आतंकवादियों और विरोधियों द्वारा बनाए गए संकट का सामना किया है।

इन 4 मोर्चों से अरब देशों ने आतंकवादियों और विरोधियों का समर्थन करना बंद कर दिया और इस दृष्टिकोण की विफलता को स्वीकार करते हुए दमिश्क के साथ संबंध बहाल करने शुरू कर दिये।

तुर्किए अभी भी सीरिया के उत्तरी क्षेत्रों में मौजूद है और वहां सक्रिय मिलिशिया का समर्थन करता है लेकिन हाल ही में उसने दमिश्क के साथ संबंध बहाल करने की कोशिश की है।

ज़ायोनी शासन सीरिया के ख़िलाफ अपने हमलों को जारी रखे हुए है और इन हमलों से इस देश की संप्रभुता का उल्लंघन करता है। अमेरिका अन्य देशों की तुलना में अलग तरीके से काम करता है।

वाशिंगटन ने सीरिया के कुछ भौगोलिक हिस्सों पर सीधे क़ब्ज़ा कर लिया है और उसके सैनिक सीरिया के उत्तरी और पूर्वोत्तरी क्षेत्रों में तैनात हैं।

इसके अलावा अमेरिकी सेना मिलिशिया की मदद से सीरियाई तेल लूटने और उसकी तस्करी कर रही है। इस संबंध में हालिया दिनों सीरिया के तेल संसाधनों की लूट जारी रखते हुए, सीरिया के उत्तरी और पूर्वोत्तरी अल-हसका, दैरिज़्ज़ूर और रक्का प्रांतों में स्थित कुओं से सैकड़ों टन चोरी हुए तेल वाले दर्जनों टैंकरों को इराक़ स्थानांतरित कर दिया गया।

सीरिया के तेल संसाधनों को लूटने के अलावा, अमेरिकी सेना अलगाववादी मिलिशिया का समर्थन भी जारी रखे हुए है। वाशिंगटन द्वारा समर्थित आतंकवादी ग्रुप जिन्हें “सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस” (एसडीएफ) के रूप में जाना जाता है, सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डाले हुए है और देश के तेल संसाधनों को लूटने के साथ सीरियाई जनता के साथ हिंसक व्यवहार भी करता है।

सीरियाई जनता अमेरिकी सेना और अमेरिका द्वारा समर्थित मिलिशिया से कई बार टकरा चुकी है और वह अमेरिका और मिलिशिया द्वारा अपने देश के ऊर्जा संसाधनों पर क़ब्जे और लूट को समाप्त करने की मांग करती रही है।

इस बीच, सीरियाई सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद को लिखे पत्र में बाम्बार अमेरिकी सेना की कार्रवाई की निंदा की है और इसे सीरियाई संप्रभुता का उल्लंघन बताया है।

इस संबंध में सीरिया सरकार के विदेशमंत्रालय के ताज़ा बयान में भी दमिश्क़ ने अमेरिकी सरकार से आतंकवादियों और अलगाववादियों का समर्थन बंद करने और सीरियाई जनता को को मुआवजा की मांग की है।