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हज़रत सुलैमान (अ) ने उस आदमी से फ़रमाया, पिंजरा खोल दो और उसे आज़ाद कर दो, क्योंकि…!
A Qayyum Hakim =========== हज़रत सुलेमान (अलैहिस्सलाम) के ज़माने में एक आदमी ने एक खूबसूरत परिंदा ख़रीदा, जब वो चहचहाता तो उसकी खूबसूरत और सुरीली आवाज़ से वो आदमी बहुत मसरूर होता, जैसे कि परिंदा की आवाज़ बहुत ही सुरीली और प्यारी थी। एक दिन अचानक इससे मिलता जुलता एक और परिंदा इस पिंजरे के […]
तौहीद और शिर्क : तुम क़यामत के दिन देखोगे कि उनके चेहरे सियाह होंगे : पार्ट-3
بَلَى قَدْ جَاءَتْكَ آَيَاتِي فَكَذَّبْتَ بِهَا وَاسْتَكْبَرْتَ وَكُنْتَ مِنَ الْكَافِرِينَ (59) وَيَوْمَ الْقِيَامَةِ تَرَى الَّذِينَ كَذَبُوا عَلَى اللَّهِ وُجُوهُهُمْ مُسْوَدَّةٌ أَلَيْسَ فِي جَهَنَّمَ مَثْوًى لِلْمُتَكَبِّرِينَ (60) इन आयतों का अनुवाद हैः उस वक्त ख़ुदा कहेगा ( हाँ ) हाँ तेरे पास मेरी आयतें पहुँची तो तूने उन्हें झुठलाया और घमंड दिखाया और तू भी काफिरों […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-14 : पवित्र क़ुरआन चमकता हुआ सूर्य है जो अपने प्रकाशमयी मार्गदर्शन से अज्ञानता और अंधकार से मुक्ति दिलाता है!
पवित्र क़ुरआन के व्याख्याकारों के अनुसार सूरए तौबा का आरंभ बिस्मिल्लाह से न होकर वचन तोड़ने वाले शत्रुओं से विरक्तता से होना, इस गुट के प्रति ईश्वर के प्रकोप और क्रोध को दर्शाता है। पवित्र क़ुरआन के व्याख्याकारों के अनुसार सूरए तौबा का आरंभ बिस्मिल्लाह से न होकर वचन तोड़ने वाले शत्रुओं से विरक्तता से […]