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आरएसएस और इससे जुड़े कट्टरपंथी हिन्दुत्वादी संगठनों की अमेरिका में लंका लगने वाली है : रिपोर्ट

हाल ही में भारत सरकार ने भारत के अंदर PFI नाम के एक राजनैतिक संगठन पर प्रतिबन्ध लगाया है, इस संगठन से जुड़े अनेक लोगों को UAPA यानी देश द्रोह की धारों में गिरफ्तार कर जेलों में दाल दिया गया है, PFI पर प्रतिबन्ध के समय हो या अन्य अनेक मौकों पर देश के अंदर आरएसएस पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग उठती रही है, ट्विटर पर इस तरह के तेंद आमतौर पर चलते रहते हैं जिनमे बैन आरएसएस की मांग होती है

आरएसएस से जुड़े अनेक लोगों के नाम देशभर में हुए अनगिनत आतंकवादी हमलों, धमाकों में सामने आ चुका है ये अलग बात है कि उसके खिलाफ किसी स्तर पर भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी, मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर, मुंबई हाई कोर्ट के पूर्व जज, अनेक दिग्गज नेता, पूर्व गृहमंत्री, पूर्व गृह सचिव अपने-अपने बयानों में आरएसएस के आतंकवादी वारदातों में शामिल होने के सबूत व् बयान देते रहे हैं बावजुद इन सबके आरएसएस के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गयी है

जिस चरमपंथी संगठन के खिलाफ भारत के अंदर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती है वो अब अमेरिका में भी वहां की सरकार की नज़रों में आ चुका है, अमेरिका के अंदर आरएसएस से जुड़े तक़रीबन 60 कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ कार्यवाही करने का प्रस्ताव पेश किया है

kishan siraskar
@SirKishan
In India PFI is suspected as a terrorist organization
and its funding is being investigated !
In America the RSS and its affiliate Hindu Groups are similarly suspected and their finding is under investigation!

Majid Freeman
@Majstar7
‘The RSS, and the hate & violence it represents, is not welcome here in America–or anywhere else. And yet, HAF & a number of Hindu American groups have chosen to celebrate Hindu Heritage Month by platforming the leader of the world’s largest Hindu extremist org.’ –
@Hindus4HR
👍🏻

CyberZombie
@RssZombie

@UnSubtleDesi
and 2 others
in the name of yoga center for fund raising fraudulent activities in america uk canada aus and south east and middleast countries working with hindutuva extremist group hss iskon seva foundation like audrey rutgers university per say on her allegation and tweet

Hindus for Human Rights
@Hindus4HR
The RSS, and the hate and violence it represents, is not welcome here in America–or anywhere else. And yet, HAF and a number of Hindu American groups have chosen to celebrate Hindu Heritage Month by platforming the leader of the world’s largest Hindu extremist org.


अमरीका में हिंदू संगठनों के विरुद्ध प्रस्ताव पारित

अमरीका में 60 हिंदु संगठनों पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।

दैनिक भास्कर के अनुसार अमेरिका के न्यूजर्सी में हाल ही में टीनेक डेमोक्रेटिक म्यूनिसिपल कमेटी (TDMC) के नेता के नेतृत्व में हिंदू संगठनों के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया है।

इस प्रस्ताव में विश्व हिंदू परिषद, सेवा इंटरनेशनल और हिंदू स्वयंसेवक संघ समेत 60 संगठनों पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। TDM डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ी पार्टी है। टीनेक डेमोक्रेटिक म्यूनिसिपल कमेटी (TDMC) के प्रस्ताव में लिखा है कि ये संगठन भारत और अमेरिका में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफ़रत फैलाने का काम कर रहे हैं। दो डेमोक्रेटिक सांसदों को अमेरिका में सक्रिय हिंदू संगठनों की फंडिंग की जांच करने को भी कहा गया है।

अमेरिका में पिछले दो महीने में हुईं घटनाओं को लेकर हिंदू विरोधी लोगों ने इन संगठनों पर निशाना साधा था। दरअसल भारतीय स्वतंत्रता दिसव के मौके पर अमेरिका में कई जगहों पर परेड में बुलडोजर को उपलब्धियों का प्रतीक बताने की कोशिश की गई थी।

कई अमेरिकी संगठनों ने इसे बंटवारे और नफरत का प्रतीक बताकर उसकी आलोचना शुरू कर दी थी। इसके बाद राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने अमेरिका में होने वाले साध्वी ऋतंभरा के कार्यक्रम का विरोध शुरू किया जिसके कारण कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा।

इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद अमेरिका के कई राज्यों में 60 से ज्यादा हिंदू संगठन, डेमोक्रेटिक सरकार के खिलाफ उतर आए हैं। अमेरिका के हिंदू संगठनों का कहना है कि इस प्रस्ताव में हिंदू संगठनों के बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें की गई हैं। जबकि, इस प्रस्ताव को पेश करते समय हमें अपनी बात रखने का मौका ही नहीं दिया गया। प्रस्ताव एकतरफा सोच के तहत पारित कर दिया गया, जो कि नैतिक रूप से गलत है।