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आसाराम को उम्रक़ैद की सज़ा पर IPS ने चुटकी लेते हुए कहा आसाराम जेल में चाय वाले को बुला रहे हैं

नई दिल्ली: बाबा के भेष में हवस के पुजारी आसाराम को स्पेशल कोर्ट ने उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई है,जिसके बाद आसाराम रोने लगे थे,आसाराम ने लाखोँ करोड़ों श्रद्धालुओं की श्रद्धा आस्था और उनकी मान्यता को ठेस पहुंचाने का काम किया है,क्योंकि वे उसको अपना भगवान समझकर उसकी पूजा करते थे और उस पर चढ़ावा चढ़ाते थे।

जब स्पेशल कोर्ट ने दोषी ठहरा दिया है तो हर किसी भक्त की मज़बूरी है कि वे उस इंसान को बलात्कारी समझे जिसको वो भगवान समझकर पूजता हुआ आरहा था,वास्तव में आसाराम की हवस ने लाखों लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है और उन्हें ठेस पहुंचाई है इसी लिये उसको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी और सोशल एक्टिविस्ट संजीव भट्ट ने आसाराम के सज़ा सुनाये जाने पर मज़ाक़ उड़ाते हुए चुटकी लेते हुए लिखा है आशाराम ने कोर्ट से की दरख्वास्त:

“मुझे जेल के अंदर अच्छी चाय नहीं मिलती, कृपया किसी अच्छे चाय वाले को अंदर भेज दे !”

किस किस को हुई है सज़ा

2013 के इस मामले में आसाराम के अलावा दो अन्य भी दोषी साबित हुए हैं। इनमें आसाराम की सहयोगी शिल्पी है, जिसने पीड़ित के परिजनों को यह मानने पर मजबूर किया था कि उसपर बुरी आत्मा का साया है। शिल्पी के समझाने के बाद ही पीड़ित के घरवालों ने उसे जोधपुर आश्रम भेजा था। बाद में इसी नाबालिग पीड़िता ने आसाराम बापू पर रेप का आरोप लगाया था।

आसाराम पर नाबालिग से रेप का था आरोप

आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप था, जिसमेें वो दोषी साबित हुए. यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था. आसाराम से इन आरोपों से इंकार किया था।