नई दिल्ली:साल के पहले महीने में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना पेश आई थी जिसने इंसान को इंसान होने पर शर्मिंदा कर दिया था,एक 8 साल की मासूम बच्ची गरीब माता पिता की आंखों का तारा थी अचानक लापता होजाती है और फिर कई दिनों के बाद उसकी लाश मिलती है जिससे सबूत मिलते हैं कि उसके साथ बलात्कार किया गया था उसके बाद उसकी हत्या हुई है,इस केस में पुलिस एक नाबालिग़ को जेल भेजती है।
लेकिन जम्मू-कश्मीर के जिले कठुआ आठ साल की बच्ची आसिफा से गैंगरेप के मामले में नए खुलासों से भारत में तनाव फैल गया है. इस मामले में अब बार एसोसिएशन आरोपियों के पक्ष में खुलकर आ गया है. इस बीच एक और हैरान करने वाली खबर आई है. इस मामले में पीड़िता का केस लड़ रही वकील ने कहा है कि उन्हें केस लड़ने पर धमकियां मिल रही हैं।
He (Jammu Bar Association President BS Salathia) met me at J&K HC, openly extended threats and said please don't appear. He is now lying that I folded my hands and requested. Today, I have lost all my respect towards him: DS Rajawat, Counsel, Kathua rape victim's family pic.twitter.com/CbKUjLOYAM
— ANI (@ANI) April 11, 2018
वकील दीपिका थुस्सू ने कहा है कि आसिफा केस लड़ने पर उन्हें जम्मू बार एसोसिएशन से धमकियां मिल रही हैं. दीपिका ने आरोप लगाया कि एसोशिएशन के वकीलों ने उनके अटेंडेंट्स से कहा है कि वे उन्हें एक गिलास पानी भी न दें.
आज तक से बातचीत में दीपिका ने कहा कि आसिफा के परिवार के प्रति मेरी जवाबदेही है. मैं इसके लिए लड़ूंगी. मैं पीछे नहीं हटूंगी. उन्होंने आशंका जताई कि इस मामले में गवाहों को नुकसान पहुंचाया जा सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि बार एसोसिएशन की चेयरमैन बीएस सलाथिया ने उन्हें धमकाया है.
गौरतलब है कि कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ एक मंदिर परिसर में सात लोगों ने चार दिन तक रेप किया था. उन बलात्कारियों में वो पुलिसवाले भी शामिल थे, जिन्हें जांच में लगाया गया था.
कठुआ में आसिफा से गैंगरेप के मामले ने पूरी तरह राजनीतिक रंग ले लिया है. आसिफा से गैंगरेप और हत्या के मामले में जम्मू-कश्मीर में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है. स्थानीय बार एसोसिएशन खुलकर आरोपियों के पक्ष में आ गई है.
यह पूरा मामला 12 जनवरी को सामने आया था, जब लड़की के पिता मोहम्मद यूसुफ ने हीरानगर थाने में केस दर्ज कराया था. 10 जनवरी को उनकी बेटी जंगल में घोड़े के लिए चारा लेने गई थी, जिसके बाद वह नहीं लौटी. शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था.
तफ्तीश के दौरान कठुआ जिले के रासना गांव के जंगल में आसिफा का शव बरामदकिया गया था. शुरुआती जांच में पुलिस ने मामला रफा-दफा कर दिया था. क्राइम ब्रांच ने जांच की तो पूरे मामले की दिल दहलाने वाली सच्चाई सामने आई. क्राइम ब्रांच ने 9 अप्रैल को आठ आरोपियों के खिलाफ 18 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की. चार्जशीट में बच्ची से कई बार रेप की बात सामने आई है.
इसमें बताया गया है कि 11 जनवरी को नाबालिग आरोपी ने एक अन्य आरोपी विशाल जंगोत्रा को फोन कर कहा था कि अगर वह अपनी हवस बुझाना चाहता है तो मेरठ से जल्दी आ जाए. 12 जनवरी को विशाल रासना गांव पहुंच गया. आरोपियों ने आसिफा को नशे की टैबलेट देकर बंधक बनाकर रखा था. इस दौरान कई बार रेप किया गया.