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इंडोनेशिया के ₹20,000 के नोटों में गणपति की फ़ोटो का रहस्य

My country mera desh
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मैं आपको बताता हूं इंडोनेशिया के ₹20,000 के नोटों में गणपति की फोटो का रहस्य
Facebook मित्र( Pravin Maheshwari) ने मुझे इंडोनेशिया के 20,000केनोट की फोटो भेजी और 20,000 के नोट में गणपति के बारे में जानकारी मांगी मै प्रवीण महेश्वरी का शुक्रगुजार हूं उनकी वजह से मुझे इस पर लिखने का मौका मिला

मेरे भारत के news चैनल भी महान है और मेरे भारत की अनपढ़ भोली भाली जनता के क्या कहने Google के दौर में होते हुए भी हर बात पर आंख बंद करके यकीन कर लेती है
मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच हज़ारों द्वीपों पर फैले इंडोनेशिया में मुसलमानों की सबसे ज़्यादा जनसंख्या बसती है. ये पूर्वी एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
इंडोनेशिया की कुल जीडीपी 932.3 बिलियन USD (2016)

इंडोनेशिया में 300 से ज़्यादा स्थानीय भाषाओं का इस्तेमाल होता है. ग्रामीण शिकारियों और घुमंतुओं से लेकर आधुनिक शहरी अभिजात्य वर्ग है इंडोनेशिया में.
इंडोनेशिया में किसी और देश की तुलना में सबसे ज़्यादा द्वीप हैं, चौदह हज़ार से भी ज़्यादा
इसकी अनुमानित जनसंख्या 25.5 करोड़ से ज़्यादा है और ये दुनिया की चौथी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है.
इंडोनेशिया में सिर्फ दो प्रतिशत हिंदू आबादी है
इंडोनेशिया में शिक्षा को बहुत महत्व दिया जाता है
इंडोनेशिया में शिक्षा दर 98. 80 है

इंडोनेशिया अपने देश में शिक्षा और कृषि रोजगार की थीम पर नोट छापता रहा है
20,000केनोट पर जो गणपति की फोटो लगी है अब मैं आपको उसके बारे में बताता हूं
इस नोट को इंडोनेशिया की सरकार ने 1998 में जारी किया था. गणेश जी वाले 20,000 के नोट पर छपे हुए व्यक्ति का नाम ‘की हजार देवेंन्त्रा’ है
जो इंडोनेशिया के स्वतंत्रता सेनानी थे और जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया था. 1945 में वो इंडोनेशिया के शिक्षा मंत्री भी रहे थे.
नोट में पीछे की तरफ क्लास रूम दिखाए गए हैं क्योंकि यह नोट शिक्षा की थीम पर ही छापा गया था.
इंडोनेशिया में शिक्षा के थीम पर इससे पहले भी तीन बार नोट छप चुके हैं कुछ नोटों पर पर यूनिवर्सिटी की फोटो है
( सभी नोट की फोटो आप पोस्ट में देख सकते हैं)

इंडोनेशिया के लोग सभी धर्मों का बहुत आदर करते हैं इसीलिए आपको इंडोनेशिया की करेंसी में आदिवासी कबीलाई और स्वतंत्रता सेनानी बुद्ध और विज्ञान संबंधित फोटो मिलती रहती है

इंडोनेशिया पूरी तरह से मुस्लिम देश है जहां पर हिंदुओं की आबादी 2% से भी कम है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर नोट पर गणेश जी की फोटो इंडोनेशिया की सरकार ने क्यों छापी थी क्या इंडोनेशिया सरकार ने 2% हिंदुओं से डरकर या किसी दबाव में गणपति की फोटो छापी थी
जी नहीं बल्कि इंडोनेशिया ने हिंदुओं के सम्मान में गणपति की फोटो 20,000 के नोट में छापी थी इंडोनेशिया में हिंदू गणपति को बुद्धि और शिक्षा का देवता मानते हैं
इंडोनेशिया में हिंदुओं में गिरती शिक्षा का स्तर को उठाने के लिए गणपति की फोटो रखने का एक मुख्य कारण था
इसी वजह से नोट के आगे गणपति की फोटो है और नोट के पीछे क्लास रूम की फोटो है
यह नोट शिक्षा की थीम पर ही छापा गया था.

गणेश जी की फोटो वाला 20,000 का इंडोनेशिया का नोट 10 साल तक प्रचलन में रहने के बाद 2008 के अंत में बंद हो गया.
इंडोनेशिया अपने यहां हजारों मंदिरों को उनकी देखभाल के लिए पैसा देता है और उसने किसी भी पुराने मंदिर को नुकसान नहीं पहुंचाया
यहां गणेश, कृष्ण और हनुमान के साथ-साथ महाभारत-रामायण के दृश्यों को दर्शाते हुए कई डाक टिकट जारी हो चुके हैं।
इंडोनेशिया के एक कॉलेज के लोगो पर भी भगवान गणेश हैं और राजधानी जकार्ता में कृष्णा-अर्जुन की मूर्तियां भी लगी हुई हैं
इंडोनेशिया में कबिलाई जनजाति और हिंदू लोगों को आरक्षण मिलता है

इंडोनेशिया एक शिक्षित मुस्लिम देश है वह किसी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने की कोशिश नहीं करता जैसा कि भारत में हो रहा है
वहां किसी हिंदू नाम का रोड आज भी नहीं बदला गया जैसे भारत में अकबर रोड का नाम बदल दिया मुगलसराय का नाम बदल दिया GT रोड का नाम बदल दिया
मुसलमानों ने भारत में 800 साल हुकूमत करी है फिर भी भारत में 80% आबादी हिंदुओं की है फिर भी RSS की पाठशाला से पढ़कर आए हुए हिंदू कहते हैं इस्लाम भारत में तलवार के दम पर फैला

800 साल जरा सोच कर देखो
अगर इस्लाम भारत में तलवार के दम पर फैला होता तो तुम्हारी नस्लें सर पर टोपी हाथ में तस्वीह और
जानमाज लेकर पैदा होती
2018 की पोस्ट ✍️मोहम्मद जिलानी۔
Mohd jilani