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इन दो मुस्लिम देशो के एक भी नागरिक हज पर नही जा सकेंगे,जाने वज़ह ??

नई दिल्ली-मुस्लिमो में हज एक अनिवार्य धार्मिक कृत्य है हर सक्षम मुस्लिम को इसे फ़र्ज़ बताया गया है लेकिन अरब देशो के मौजदा राजनैतिक संकट की ज़द में हज जैसा धार्मिक कार्यक्रम भी आ गया है.मिडल ईस्ट की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,सीरिया और क़तर के नागरिक इस बार हज पर नहीं जा सकेंगे।

हलाकि हज से इन देशो एक महरूम होने की वज़ह क़तर और सीरिया सऊदी अरब सरकार पर थोप रहे है वही सऊदी अरब सरकार का कहना है कि उसने किसी देश के नागरिक पर कोई बैन नही लगाया है.सऊदी सरकार का कहना है कि हज पर बैन उनकी तरफ से नहीं सीरिया और क़तर की तरफ से लगाया जा रहा है।

रमजान के अखारी पखवाड़े में एक ने हाथ बढाया दुसरे ने झटका…बीसवे रमजान की समाप्ति पर सऊदी अरब ने क़तर के नागरिको का उमरा के लिए स्वागत करने का एलान किया लेकिन क़तर ने इस पहल पर सऊदी अरब को झटका देते हुए उमरा में नागरिको को जाने की इजाजत नही दी.दरअसल सऊदी अरब और क़तर के बीच उमरा और हज को लेकर सहमती नही बन पा रही है.कभी सऊदी अरब सख्त शर्ते लगा देता है और कभी ढील देने पर क़तर रूठ जाता है।

सीरिया और सऊदी अरब के बीच कुटनीतिक रिश्ते नही..सीरिया में असद हुकुमत से बगावत के बाद सऊदी अरब के सीरिया से रिश्ते सही नही है.सऊदी अरब और सीरिया में आपस में कुटनीतिक रिश्ते खत्म है इसलिए सीरियन नागरिको किसी तीसरे देश के ज़रिये ही हज कर सकते है सऊदी अरब ने लेबनान के कुछ टूरिस्ट एजेंसियों को इसके लिए आज़ादी दी है लेकिन सीरियन सरकार इस तरह के प्रोसेस को सऊदी अरब द्वारा हज यात्रा से रोकना बता रही है.गौरतलब है सऊदी अरब और सीरिया के बीच सात वर्षो से गतिरोध है.