लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी नवाबों के शहर लखनऊ को शायद किसी की नज़र लग गई है क्योंकि अपराधों की बढ़ती संख्या के कारण “मुस्कुराईये आप लखनऊ में हैं” की जगह “घबराईये आप लखनऊ में हैं” कहने लगे हैं।
बुधवार की रात पुराने लखनऊ के ठाकुर गंज ,कैटल कालोनी में थाने से मात्र 500 मीटर की दूरी पर दो सगे भाइयों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया और फिर गोली मार दी गई,सगे भाइयों के कत्ल के बाद परिजनों का बुरा हाल है,बूढ़े माँ बाप से उनके बुढापे का सहारा छीन लिया गया है।
इस घटना के बाद ऑल इंडिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद आसिम वक़ार परिजनों को संतावना देने पहुंचे और बढ़ते अपराधों पर चिंता जताते हुए इसको आम आदमी के लिये खतरा बताया।
सैय्यद आसिम वक़ार ने सगे भाइयों की दर्दनाक मौत के बाद मोदी सरकार से एक करोड़ रुपये के मुआवज़ा की माँग करी है,तथा बूढ़े माँ बाप जो अब कमा नही सकते उनके लिये सरकार से पेंशन की माँग करी है,सरकार तीस तीस हजार रुपये पेंशन बूढ़े माँ बाप की जारी करे, तथा सरकारी नौकरी भी दी जाए।
सैय्यद आसिम वक़ार ने जिलाधिकारी लखनऊ के द्वारा अपनी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया है जिसके बाद जिलाधिकारी ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचा देने की बात कही है।
क्या है पूरा ममाल ?
राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में बेखौफ बदमाशों ने बुधवार रात सगे भाई इमरान (20) व अरमान (18) को दौड़ा-दौड़ाकर डंडों और लकड़ियों से पीटा और बाद में गोली से उड़ा दिया।
करीब छह बदमाश मुसाहिबगंज की भीड़ भरी बस्ती में दोनों को पीटते रहे लेकिन कोई बचाव में नहीं आया। जहां वारदात हुई वहां से थाना महज 500 मीटर दूर है। वारदात के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए आठ थानों की पुलिस मौके पर तैनात कर दी गई थी।