दुनिया

इस्तांबूल धमाके में फ़िनलैंड और स्वीडन की भूमिका : रिपोर्ट

यूक्रेन को नेटो की सदयस्ता तब तक नहीं मिल सकती जबतक कि नेटो के सभी सदस्य सहमति नहीं दे देते हैं, यूक्रेन की राह में सबसे बड़ी रूकावट तुर्की है, तुर्की अभी तक यूक्रेन को नेटो में शामिल करने का विरोध करता रहा है, कुछ यही स्थिति फ़िनलैंड और स्वीडन की है, ये दोनों देश भी नेटो की सदस्य्ता मांग रहे हैं लेकिन इनका रास्ता भी तब तक साफ़ नहीं होगा जब तक कि तुर्की इन के पक्ष में अपना मत नहीं देता है, तुर्की फ़िनलैंड और स्वीडन पर तुर्की के विरोधी संगठनों को सहायता देने की बात कहता आ रहा है, तुर्की के मुताबिक फ़िनलैंड और स्वीडन कुर्दिश लड़कों को जोकि तुर्की के खिलाफ लड़ रहे हैं न सिर्फ पैसों से मदद करते हैं बल्कि हथियार भी देते हैं और आतंकवादियों को ट्रेनिंग भी देते हैं, तुर्की इन दोनों देशों को इसी वजह से नेटो का सदस्य नहीं बनाने देना चाहता है

इस्ताम्बुल में हुए आतंकी हमले में कुर्द संगठन का हाथ सामने आया है , हमले में फ़िनलैंड और स्वीडन की भागीदारी भी हो सकती है

इस्तांबूल धमाके में कुर्द संगठन का हाथ, आतंकी महिला की गिरफ़तारीः तुर्क गृह मंत्रालय

तुर्किया के गृह मंत्रालय ने इस्तांबूल में होने वाले धमाके के सिलसिले में एक कुर्द महिला की गिरफ़तारी का एलान किया है।

सुरक्षा एजेंसियों ने महिला की गिरफ़तारी का वीडियो भी जारी किया है। तुर्किया का कहना है कि हमले में कुर्द आतंकी संगठन लिप्त है।

गृह मंत्री सुलैमान सुवैलू ने बताया कि महिला के अलावा 22 संदिग्ध पकड़े गए हैं जिनमें वह व्यक्ति भी शामिल है जिसने बम रखा था।

इस घटना में कम से कम 6 लोग मारे गए और 80 से अधिक घायल हुए। घटना की विश्व स्तर पर निंदा की गई है।

सुवैलू का कहना था कि कुर्दिस्तान लेबर पार्टी ने इस्तांबूल में धमाका किया है। उन्होंने कहा कि इस धमाके का निर्देश सीरिया के भीतर कूबानी शहर से दिया गया जहां हालिया वर्षों में तुर्क सेना ने कई आप्रेशन किए हैं। उन्होंने कहा कि आत्मघाती हमलावर सीरिया के इफ़रीन से गुज़र कर तुर्किया में दाख़िल हुआ था।