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इस्राईल के भीतर मचा भारी बवाल, इस्राईल का मामला अंतर्राष्ट्रीय अदालत में ले जाने के लिए दर्जनों देशों का मिला समर्थन!

39 देशों ने इस्राईल के ग़ैर क़ानूनी क़ब्ज़े का मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय अदालत में ले जाने का समर्थन कर दिया है। वहीं इस्राईल के भीतर नेतनयाहू सरकार के ख़िलाफ़ तूफ़ान मच गया है।

संयुक्त राष्ट्र संघ के 39 सदस्य देशों ने फ़िलिस्तीनियों के लिए इस्राईल की आपराधिक कार्यवाहियों का मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय अदालत में ले जाने का समर्थन किया है। इन देशों ने एक बयान में कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय अदालत विश्व व्यवस्था का महत्वपूर्ण स्तंभ है और वे बहुध्रुवीय व्यवस्था के पक्ष में हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ की महासहा ने पिछले महीने फ़िलिस्तीन के पक्ष में एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय अदालत से मांग की गई थी कि वह फ़िलिस्तीनी इलाक़ों पर इस्राईल के क़ब्ज़े के मामले में अपना मत ज़ाहिर करे।

महासभा में यह प्रस्ताव फ़िलिस्तीन ने रखा था जिसके पक्ष में 87 वोट पड़े थे, अमरीका, इस्राईल और 24 देशों ने इस प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया था औज्ञ 53 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।

मतदान के बाद इस्राईल की सरकार ने और भी अड़ियल रुख़ अपनाते हुए फ़िलिस्तीनी प्रशासन के ख़िलाफ़ पांच पाबंदियां लगा दीं।

16 दिसम्बर को भी संयुक्त राष्ट्र संघ की महसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया कि फ़िलिस्तीनियों को अपने भविष्य का फ़ैसला करने का अधिकार है।

इससे पहले वर्ष 2004 में अंतर्राष्ट्रीय अदालत ने फ़िलिस्तीन के विषय पर सुनवाई की थी और फ़ैसला दिया था कि इस्राईल के ज़रिए बनाई जाने वाली दीवार ग़ैर क़ानूनी है।