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इस बार हज यात्रा को स्मार्ट बनाने के लिये-सऊदी अरब ने हाज़ियों के लिये शुरू किया ये खास प्रोग्राम

नई दिल्ली: दुनिया की सबसे मुक़द्दस यात्रा हज यात्रा के शुरू होने में सिर्फ चंद दिन बाकी रह गए हैं,हाज़ियों को हर प्रकार की सुख सुविधा पहुंचना लोग अपने लिये सवाब का काम समझते हैं।

हाजी और मुतामर गिफ्ट चैरिटेबल एसोसिएशन के निदेशक मंसूर अल-आमेर ने एक कार्ड स्‍वाइप कर छोटा सा ‘स्‍लीप पॉड (कैप्सूल)’ पेश किया जिससे जापान के प्रसिद्ध कैप्‍सूल होटलों की याद ताजा हो गई। ये पॉड सऊदी अरब में बनाए गए हैं जहां कल से मुस्‍लिम हज यात्री अपनी यात्रा के दौरान रुकेंगे। आमेर के चैरिटेबल एसोसिएशन की ओर से हज यात्रियों के लिए मुफ्त में 18 से 24 ऐसे कैप्‍सूल की व्‍यवस्‍था की गई है। इस हज यात्रा के दौरान यात्री नवीनतम मोबाइल होटल कैप्सूल का प्रयोग करने में सक्षम होंगे।

सऊदी अरब ने मीना के पश्‍चिमी शहरों में कैप्‍सूल कमरों को शुरू करने की योजना बनाई है क्‍योंकि हज के लिए दो मिलियन मुस्‍लिम श्रद्धालु यहां 6 दिनों के लिए रहेंगे। सऊदी अरब इस साल मुफ्त नैप पॉड की सुविधा देते हुए सदियों की प्राचीन हज यात्रा को आधुनिक बना रहा है। सरकार ने आपातकालीन मेडिकल सुविधा और ऑन द स्‍पॉट अनुवाद के लिए एप्‍स भी शुरू किए हैं। फाइबर ग्‍लास का यह पॉड लगभग 3 मीटर लंबा है और मात्र एक मीटर ऊंचा। इसमें गद्दे, शीट, एयरकंडिशनिंग और रौशनी वाले आईने लगे हैं।

आमेर ने कहा कि हम हमेशा हज यात्रियों की सुविधा और आराम का ख्‍याल रखते हैं। खास बात ये है कि इन कैप्सूल के भीतर आप काम भी कर सकते हैं और आराम भी। इस कैप्सूल होटल रूम को दो इकाइयों की ऊंचाई के साथ-साथ एक-दूसरे के ऊपर या एक तरफ रखा जा सकता है। जब कैप्सूल को तीन-चरणीय सीढ़ियों पर रखा जाता है तो सबसे ऊपर के कैप्सूल रूम तक पहुंचा जा सकता है। कैप्सूल को अंत में एक स्लाइडिंग दरवाजे के साथ लगाया जाता है जिसे गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए चुंबकीय कार्ड द्वारा खोला जा सकता है। हजयात्रियों के लिए खास तौर पर बनाए गए ये कैप्सूल केवल आराम के लिए ही नहीं है, इन्हें इमरजेंसी परिस्थितियों में बेहतर तरीके से काम करने के लिए भी डिजाइन किया गया है।

ये नैप पॉड उन यात्रियों के लिए है जो तुरंत होटल बुक नहीं कर सकते जबकि उन्‍हें आराम की सख्‍त जरूरत होती है। प्रत्‍येक यात्री को 3 घंटे के लिए पॉड दिया जाएगा। ये पॉड जापान से करीब 1,114 डॉलर की कीमत पर मंगाए गए हैं।

यदि ब्लैकआउट होता है तो इसका दरवाजा अपने आप खुल जाएगा। साथ ही शौचालयों को अलग-अलग सेवाओं के साथ प्रदान किया जाता है ताकि एक ही समय में पानी के बेसिन या शावर का उपयोग किया जा सके। कैप्सूल में सामान भंडारण के लिए बाहरी अलमारियां भी हैं।

हज और उमरा रिसर्च के लिए दो पवित्र मस्जिद संस्थान का कस्टोडियन इन कैप्सूल की सफलता और व्यवहार्यता का निरीक्षण करने के लिए आवश्यक अध्ययन करेगा। इस कैप्सूल को मीना में तैनात किए जाएगा, जो खोए और बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इस वर्ष रमजान के पिछले 10 दिनों में कैप्सूल को पहले ग्रैंड मस्जिद के चौराहे के पास तैनात किया गया था। उसके बाद पता चला कि उसमें कुछ खामियां हैं जिन्हे बाद में दूर कर लिया गया।