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ईरान की मिसाइल और ड्रोन ने अमेरिका की नींद हराम कर दी, रिपोर्ट

ज़ायोनी अख़बार द जेरुसेलम पोस्ट के मुताबिक़, अमेरिका के युद्ध मंत्रालय पेंटागन ने ईरानी मिज़ाइल और ड्रोन कार्यक्रमों को फ़ार्स की खाड़ी में अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए सबसे बड़ा ख़तरा क़रार दिया है।

ज़ायोनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय अमेरिका का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल अरब देशों की दौरे पर है। इस दौरे पर इस प्रतिनिधिमंडल ने ईरान के मिज़ाइल और ड्रोन कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की है। इसके अलावा, इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल आईआरजीसी की नौसेना द्वारा अमेरिका और उसके सहयोगियों के सामने फ़ार्स की खाड़ी में पेश की गई चुनौतियों और ख़तरों की भी समीक्षा की गई और इसके लिए एक सामान्य कार्य योजना को अपनाने पर ज़ोर दिया गया।

इस बीच अमेरिकी युद्ध मंत्री की सलाहकार डाना स्ट्राउल ने पश्चिमी एशिया में ईरानी ड्रोन क्रायक्रम को सबसे बड़ा ख़तरा क़रार देते हुए दावा किया कि ईरान यह ड्रोन अपने सहयोगियों को मुहैया करा रहा है। कुल मिलाकर अमेरिकी अधिकारियों की ओर से दिए जाने वाले इस तरह के बयान यह साबित करते हैं कि ख़ुद को सुपर पॉवर समझने वाला देश ईरान की मिसाइलों और ड्रोनों के आगे कितना बेबस है। वहीं दुनिया भर में हथियारों का व्यापार करने वाला अमेरिका, ईरान पर यह आरोप लगा रहा है कि वह अपने सहयोगियों को मिसाइल और ड्रोन दे रहा है। जबकि यह दुनिया जान चुकी है कि आज जिस भी देश में युद्ध की आग लगी है और वहां बेगुनाह लोग मारे जा रहे हैं उसका मुख्य ज़िम्मेदार कोई और नहीं अमेरिका और उसके सहयोगी ही हैं।

और इस तरह से ईरानी ड्रोन ने अमरीकियों की नींद हराम कर दी

आतंकवादी अमरीकी सेना सेंटकॉम ने एक बयान में बताया है कि अमरीकी सेना ने पूर्वोत्तरी सीरिया के कोनोको आप्रेशन क्षेत्र में स्थित एक अमरीकी सेना की बेस पर एक ईरानी ड्रोन को मार गिराया है।

सेंटकॉम आतंकवादी ग्रुप ने एक बयान में घोषणा की कि 14 फ़रवरी को स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर, सीरिया में ईरान निर्मित ड्रोन को जो पूर्वोत्तरी सीरिया के कोनोको मिशन सपोर्ट साइट से एक टोही मिशन को अंजाम देने की कोशिश कर रही था, मार गिराया गया।

ईरान प्रेस के अनुसार, सीरिया में एक ईरानी सैन्य सलाहकार ने अल-आलम चैनल से बात करते हुए कहा कि उक्त ईरानी ड्रोन एक छोटा और हाथ से लॉन्च किया जाने वाला ड्रोन था जिसे दुश्मन की रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया था।

उन्होंने कहा कि इस ड्रोन ने अपने सभी लक्ष्यों को हासिल किया। उनका कहना था कि यह सुपर ड्रोन एक हज़ार डॉलर से से कम क़ीमत का ड्रोन था जिसे मार गिराने के लिए अमरीकियों को कई लाख डॉलर से अधिक की लागत वाले मिज़ाइल फ़ायर करने पड़े।