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ईरान ने इस्राईली इंटेलीजेन्स के डेथ स्क्वाड के चीफ़ को इराक़ी कुर्दिस्तान में मार गिराया : रिपोर्ट

इराक़ी कुर्दिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग ने बयान दिया कि अज्ञान ड्रोन विमान का अरबील नगर में एक धमाका हुआ जिसमें तीन लोग घायल हो गए और कई गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा मगर वेबसाइट इंनटेल स्काई ने जो अंतर्राष्ट्रीय ख़तरों और उड़ानों पर ख़ास नज़र रखती है उसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस हमले में इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी का बहुत बड़ा अधिकारी मारा गया है।

ईरान की फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस बात की अधिक संभावना है कि मोसाद के डेथ स्क्वाड के चीफ़ को इस हमले में ढेर कर दिया गया। यह इस्राईली अधिकारी ईरान के भीतर होने वाली टारगेट किलिंग का मस्टरमाइंड था। यह इस्राईली अधिकारी विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम के साथ मिलकर ईरानी अधिकारियों की टारगेट किलिंग की योजनाएं बनाता था और उसने जासूस भी तैयार कर लिए थे जो ईरान के भीतर सक्रिय थे।

कहते हैं कि जिस ड्रोन विमान ने मोसाद के अधिकारियों के गाड़ियों के काफ़िले को निशाना बनाया वह ईरान की सिपाहे पासदारान फ़ोर्स का था और उसने आईआरजीसी के कमांडर जनरल सैयद ख़ुदाई की लगभग दो सप्ताह पहले तेहरान में की जाने वाली हत्या का बदला ले लिया।

इस विचार को बल इस बात से मिलता है कि इससे पहले अप्रैल में आईआरजीसी ने अरबील में ही कथित रूप से मोसाद के एक बड़े ठिकाने पर दसियों मिसाइल फ़ायर किए थे और उससे पहले मार्च महीने में भी एक हमला करके कुर्दिस्तान के स्थानीय प्रशासन को चेतावनी दी थी कि मोसाद के साथ ज़्यादा पेंग बढ़ाने की कोशिश न करे।

इस्राईली सरकार को जब भी कोई बड़ा नुक़सान होता है तो वह उसे स्वीकार नहीं करती और मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखती है कि कहीं से कोई जानकारी लीक न होने पाए। इसलिए हो सकता है कि मोसाद के डेथ स्क्वाड के चीफ़ की मौत की ख़बर प्रकाश में न आए। यह पहले भी होता रहा है।

अगर यह रिपोर्ट सही है तो इस आप्रेशन से तीन बड़े संदेश ईरान ने दिए हैं।

पहला संदेश कुर्दिस्तान के स्थानीय प्रशासन के लिए है कि ईरान इस इलाक़े में मोसाद की गतिविधियों को हरगिज़ सहन नहीं करेगा जो ईरानी वैज्ञानिकों और अधिकारियों की टारगेट किलिंग कर रही है।

दूसरा संदेश मोसाद के लिए है कि ईरानी इंटेलीजेन्स की नज़रें मोसाद की सारी गतिविधियों पर हैं।

तीसरा संदेश इस्राईल के लिए है कि ईरान पर किसी भी हमले का जवाब फ़ौरन दिया जाएगा।

ईरान जब अमरीका के इशारे पर यूनान के हाथों तेल टैंकर ज़ब्त किए जाने का जवाब फ़ौरने देते हुए यूनान के दो तेल टैंकर पकड़ लेता है तो फिर इस्राईल को ज़मीनी हालात का अच्छी तरह अंदाज़ा हो जाना चाहिए।