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ईरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा है : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी के महानिदेशक

परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी IAEA के महानिदेशक ने एक साक्षात्कार में कहा है कि ऐसी कोई चीज़ नहीं है जो इस बात की सूचक हो कि ईरान के पास परमाणु हथियार हैं या वह परमाणु हथियार बनाने का कार्यक्रम रखता है और यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है।

समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार राफाएल ग्रोसी ने मंगलवार को दावा किया कि ईरान और IAEA के बीच वार्ता बंद गली में पहुंच गयी है।

उन्होंने सऊदी अरब के अलअरबीया टीवी चैनल से साक्षात्कार में कहा कि पिछले दिसंबर महीने में हमने ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख से वार्ता की थी जिसमें एक रोडमैप तक पहुंचे थे कि वह आशाजनक विषय था परंतु पिछले महीनों के दौरान कोई प्रगति नहीं हुई है और एजेन्सी का मानना है कि ईरान ने जो जानकारियां दी हैं वे काफी नहीं हैं और तकनीकी दृष्टि से वे विश्वसनीय नहीं हैं और परिणाम स्वरूप हम निदेशक मंडल को रिपोर्ट पेश करने के लिए बाध्य हो गये और रिपोर्ट का सार यह है कि ईरान के साथ जो मामले बाकी रह गये थे वे साफ नहीं हो पाये हैं।

ग्रोसी ने इसी प्रकार कहा कि ईरान में तीन स्थानों से यूरेनियम के चिन्ह पाये गये हैं और इस यूरेनियम और उसकी जगह के बारे में और इसी प्रकार उन उपकरणों के बारे में हमने सवाल किया जिनका प्रयोग इन स्थानों पर किया गया परंतु ईरान अभी तक इन विषयों को पारदर्शी न कर सका।

इसी प्रकार IAEA के महानिदेशक ने कहा कि ईरान ने अपने परमाणु प्रतिष्ठानों से कैमरों को हटा दिया है जिससे ईरान की परमाणु गतिविधियों की निगरानी हमारे लिए कठिन हो गयी है। उन्होंने कहा कि ईरान ने अपनी परमाणु क्षमता में वृद्धि कर दी है परंतु यह क्षमता परमाणु हथियारों के निर्माण तक नहीं पहुंची है और हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है जो इस बात की सूचक हो कि ईरान के पास परमाणु हथियार हैं या परमाणु हथियार बनाने का कार्यक्रम उसके पास है और यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है जिसकी ओर हमने संकेत किया।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि स्थिति का जटिल होना परमाणु वार्ता के किसी भी पक्ष के हित में नहीं है और इससे कोई मदद नहीं मिलेगी।

ज्ञात रहे कि जायोनी शासन के पास लगभग 300 परमाणु वार हेड्स हैं जो पूरी दुनिया विशेषकर मध्यपूर्व की सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरा हैं और इस्राईल IAEA के निरीक्षकों को अपने परमाणु केन्द्रों की निरीक्षण की कभी भी अनुमति नहीं देता है और उसने NPT पर हस्ताक्षर भी नहीं किया है जबकि ईरान ने परमाणु हथियार अप्रसार संधि NPT पर हस्ताक्षर किया है और एजेन्सी की बारमबार की रिपोर्टें इस बात की सूचक हैं कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है।