प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के साशक किम जोंग उन की तरफ से एक के बाद एक लगातार परमाणु परीक्षण किए जा रहे हैं। किम जोंग उन ने कसम खाई है कि वह उत्तर कोरिया को दुनिया का सबसे ताकतवर देश बनाकर रहेंगे। किम जोंग की तरफ से यह वादा कई शॉर्ट रेंज की बैलेस्टिक मिसाइलों और इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) के परीक्षणो के बाद किया गया है। देश की न्यूज एजेंसी केसीएनए की तरफ से कहा गया है कि किम जोंग की महत्वाकांक्षाएं 18 नवंबर को आईसीबीएम हॉवसोंग-17 मिसाइल की परीक्षण के बाद और बढ़ गई हैं। यह मिसाइल अमेरिका को भी निशाना बना सकती है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो उत्तर कोरिया की तरफ से 88 बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया जा चुका है।
South Korean President Yoon Suk-yeol said if North Korea went ahead with a nuclear test there would be an unprecedented response from Seoul and its allies https://t.co/XnL5u9AG2a pic.twitter.com/tDqcVcAdKW
— Reuters (@Reuters) November 29, 2022
34 मिसाइलों का टेस्ट
अखबार के मुताबिक उत्तर कोरिया ने 34 मिसाइलों का टेस्ट तो इसी साल किया है जिसमें एक मिसाइल इस माह टेस्ट की गई है। उत्तर कोरिया की यह मिसाइल दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट से 35 मील दूर जाकर गिरी थी। लेकिन किम जोंग अभी यही नहीं रुकने वाले हैं। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन (ACA) के एक अनुमान के मुताबिक दुनिया के करीब 13,080 परमाणु हथियारों पर रूस और अमेरिका का कब्जा है। अमेरिका के पास करीब 5550 परमाणु हथियार हैं तो रूस के पास 7000 हैं।
North Korea's Kim Jong Un said the country is working towards becoming the world's most powerful nuclear force, state media reported https://t.co/De1iwySqgr pic.twitter.com/vh6zKs2lw5
— Reuters (@Reuters) November 27, 2022
अभी कितने हथियार
उत्तर कोरिया के पास करीब 40 से 50 परमाणु हथियारों का जखीरा है। एसीए की मानें तो अभी तक इस बात की कोई पुष्ट जानकारी नहीं है कि उत्तर कोरिया के पास कुल कितने परमाणु हथियार नहीं हैं। स्टिमसन सेंटर के सीनियर फेलो जेनी टाउन की मानें तो उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के किसी भी शब्द पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। उनका मानना है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच एक संघर्ष की स्थिति है और ऐसे में यह परमाणु कार्यक्रम रुकने वाला नहीं है।
उत्पादन हुआ तेज
साल 2021 में कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई थीं। ये तस्वीरें उत्तर कोरिया के योगबाइयॉन स्थित एक प्लांट यूरेनियम संवर्धन के प्लांट की थीं। विशेषज्ञों की मानें तो तस्वीरों से साफ होता है कि इस प्लांट में उत्पादन में 25 फीसदी तक की तेजी आई थी। साल 2010 में चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में अमेरिका और रूस के बीच न्यू स्ट्रैटेजिक आर्म्स रीड्यूशन ट्रीटी (New START) को साइन किया गया था। यह संधि पांच फरवरी 2011 तक प्रभावी थी।