विशेष

और बट गया देश दो भागों में

Shree Aprajit Jyotis

Works at Bharatiya Janata Party (BJP)

जिला मीडिया प्रभारी at Kanpur – कानपुर, UP, India
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और बट गया देश दो भागों में-
क्योंकि कानपुर महानगर है समस्त देश जिले प्रदेश गांव तहसील के लोग जीवन यापन हेतु यहां आए आते हैं धीरे-धीरे अपने पांव जमा लेते हैं दूर से रहने वाले वह आगंतुक किस जाति के हैं यहां के लोगों को नहीं मालूम सर्वेश धारी अपनी जाति छुपाकर मंदिरों में बैठकर पुजारी बनकर जनता को भ्रमित करते हैं क्योंकि दूसरी जाति में जन्मे यह लोग इन्हें पंडित कर्म विद्या शास्त्र का ज्ञान नहीं है अतः दूसरे लोगों की तुलना में कम धन प्राप्त करके ही यह संतोष करते हैं और अपना वर्चस्व जमा कर तमाम लोगों को अपना यजमान बना लेते हैं ऐसी स्थिति में जो वास्तव में ज्ञानी पुरुष हैं उनके पास यजमानो की संख्या कम रह जाती है इनकी तुलना में यही लोग इस तरह की भ्रान्ति फैलाकर देश को समाज को गांव को नगर को दो भागों में विभाजित कर देते हैं जैसा कि अभी होली में हुआ ।
इनके अति संख्यक यजमानो की तुलना में ज्ञानियों के यजमानो की संख्या कम रह जाती है और समाज दो भागों में विभाजित हो जाता है त्यौहार भी दो भागों में विभाजित हो जाता है ।
और बट गया समाज दो भागों में
प्रहार ब्राह्मण ब्राह्मणत्व पर बाद में बदनाम करते हैं ब्राह्मणों को

Vandana Shukla Jyotishacharya

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जानें –
मंगलीक क्या,कब,कैसे और क्या फल करेगा ।
१-मंगल किस राशि मे स्थित है
२-उच्च नीच,मूल त्रिकोण,स्वराशि, स्वराशि अथवा दिग्बली।
३-मित्र अथवा शत्रु राशि में स्थित।
४-समबन्ध(किसी ) राशि अथवा राशि स्वामी से।
५-उससे दृष्टि सम्बन्ध।
अब हम भाव के अनुसार भाव पर पड़ने वाले ग्रह की दृष्टि देखते हैं।
निरूपण-
मेष राशि स्थित मंगल लग्न में अपनी ही मूल राशि, जो अग्नि तत्व की है , अग्नि का ही मंगल जातक को पूर्ण तया सुदृढ़, शारीरिक बल सुन्दरता सुन्दर कद -काठीआकर्षक वदन प्रदान करता है । पुनः तृतीय भाव का कारक अच्छा पराक्रम , सहयोगी भाई -बहन निर्विघ्न माध्यम मिक शिक्षा प्रदान कर चौथी दृष्टि चतुर्थ भाव (कर्क)राशि – अर्थात भूमि,भवन,वाहन,माता के सुखों में कमी कर देगा।सप्तम पूर्ण दृष्टि शुक्र की तुला राशि पर पड़ने से(चूंकि प्रबल मारक शुक्रहै) पत्नी, वाणिज्य,अमार्त्य की क्षति करायेगा अष्टमेष ही लग्नेश भी है और लग्न में बैठा भी है फलस्वरूप,अध्यात्म , सामुद्रिक यात्रा, दीर्घायु बना कर अपने उच्च कर्म भाव की उन्नति करायेगा
विशेष-
ऐसे जातक अनेक बार आत्म हत्या का असफल प्रयास करते हैं

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डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है