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कश्मीर में इरफान पठान पर गंभीर आरोप लगने से मची खलबली,जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला प्रतिभाशाली क्रिकेटर इरफान पठान लम्बे समय से भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर हैं,एक ज़माने में इरफान पठान की स्विंग होती हुई गेंद दुनियाभर के बल्लेबाजों के लिये खेलना मुश्किल थी,अब पठान मैदान में नही हैं तो जम्मू कश्मीर क्रिकेट महासंघ के लिये अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।

इरफान पठान पर आरोप लग रहा है कि वो चयनकर्ताओं के कामों में हस्तक्षेप करते हैं जिससे नाराज़ होकर चयन समिति के चार सदस्यों में से एक धुर्व सक्सेना ने इस्तीफा दे दिया है।

33 वर्षीय इरफान पठान को हाल ही में जेकेसीए ने 2018-19 के सत्र के लिए राज्य टीम के साथ खिलाड़ी और मेंटर के तौर पर जोड़ा है। इस्तीफा देने वाले ध्रुव महाजन भी 14 साल तक राज्य के लिए 48 रणजी मैच खेल चुके हैं। साथ-साथ उन्हें 37 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच का भी अनुभव है।

फरवरी 2015 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने वाले महाजन ने पूरे मसले पर अपनी बात रखने वाले महाजन ने साफ तौर पर कहा कि, ‘मैंने अपना इस्तीफा सौप दिया है। पठान टीम चयन प्रक्रिया में बहुत ज्यादा दखल दे रहे है जो संविधान का उल्लंघन है।’

महाजन ने अपना इस्तीफा जेकेसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशिक बुखारी, बीसीसीआई और जेकेसीए के मुख्य चयनकर्ता परवेज कैसर को सौंप दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने अधिकार क्षेत्र में किसी आने नहीं दूंगा। मेरी जिम्मेदारी खिलाड़ियों का चयन करना है। खिलाड़ी एवं मेंटर का काम टीम के लिए खेलना और मेंटर की भूमिका निभाना है। उन्होंने टीम से जुड़ने के बाद अभी तक एक भी मैच नहीं खेला है।’

चयन समिति में चार सदस्य होते हैं जिसमें से दो जम्मू क्षेत्र और दो कश्मीर क्षेत्र से आते हैं। महाजन का साफ तौर पर कहना है कि इरफान पठान को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए न कि दूसरे के कामों में दखल देने पर।