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काँग्रेस ने आरिफ मसूद को भोपाल से दिया टिकट,13 प्रत्याशियों की लिस्ट में अकेला मुस्लिम चेहरा

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के आगामी चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने तैयारी पूरी करली हैं,2019 के आम चुनाव से पहले ये विधानसभा चुनाव बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और देश के वोटरों को मार्ग दिखाएंगे।

भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार के विरोध के चलते हुए इस बार यहां लगने लगा है कि जनता ने बदलाव का पूरा पूरा इरादा कर लिया है,कॉंग्रेस अपनी ताल ठोकने जारही है इसके लिये कांग्रेस ने सोमवार को देर रात अपनी तीसरी सूची जारी कर दी। इस सूची में कुल 13 नाम हैं। इसकी खासियत यह है कि इसमें छिंदवाड़ा के प्रत्याशियों के नाम घोषित हुए हैं। इससे यह साफ हो गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। माना जा रहा था कि कमलनाथ लोकसभा के बजाय विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।

हालांकि, इस सूची के बाद फिलहाल यह साफ नहीं है कि कांग्रेस का मुख्यमंत्री प्रत्याशी कौन होगा, क्योंकि अगर विधानसभा के लिए कमलनाथ का नाम घोषित होता तो यह साफ हो जाता कि वही मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के इलाके की भी लगभग सभी सीटें घोषित हो गई हैं। उनका भी नाम विधानसभा चुनाव लड़ने वालों में नहीं है। ऐसे में अब सारा दारोमदार कांग्रेस की हार-जीत पर होगा। अगर कांग्रेस जीतेगी तो उसके बाद हमेशा की तरह हाईकमान ही मुख्यमंत्री का नाम तय करेगा ।

नई सूची में राजधानी भोपाल के मध्य विधानसभा क्षेत्र से आरिफ मसूद को प्रत्याशी बनाया गया है। आरिफ मसूद लंबे समय से विवादास्पद रहे हैं। वह पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं। ‘गदर’ फिल्म के प्रदर्शन के समय उन पर भोपाल में दंगा कराने का आरोप लगा था। माना जा रहा है कि सुरेश पचौरी ने उन्हें टिकट दिलाया है ताकि वे भोपाल के कद्दावर मुस्लिम नेता आरिफ अकील को आइना दिखा सकें। यह अलग बात है अभी तक आरिफ अकील के सामने कांग्रेस में कोई मजबूत मुस्लिम नेता नहीं खड़ा ही पाया है।

आरिफ मसूद का मुकाबला बीजेपी के जिला अध्यक्ष वर्तमान विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह से होगा। इस सीट पर हिंदू मुस्लिम मतदाता विभाजित होकर मतदान करते रहे हैं। इसी वजह से बीजेपी यहां से लगातार जीत रही है। कांग्रेस ने अब तक 230 में से 184 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब कुल 46 सीटों पर घोषणा होनी बाकी है।

बता दें कि 28 नवंबर को मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाने हैं। 11 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी। इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। हालांकि, स्थानीय दल भी अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।