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काँग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में मुसलमानों को बाँटकर कमज़ोर करने का काम किया है :मायावती

नई दिल्ली: कर्नाटक में मुसलमानों की संख्या 15 प्रतिशत के लगभग है 2013 में 11 मुस्लिम विधायक जीतकर विधानसभा पहुँचे थे,लेकिन इस बार संख्या घटकर 7 होगई है,जनतादल सकेयूलर की तरफ से एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नही जीत पाया है,सिर्फ कॉंग्रेस के 7 मुस्लिम विधायक बने हैं।

मुसलमानों की कमज़ोर होती नुमाइंदगी चिंता का विषय है,जिस पर साँसद असदउद्दीन ओवैसी ने भी परिणाम आने के बाद चिंता जताई थी,इसी मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भी खुले शब्दों में अपनी बात रखते हुए काँग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया है।

मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में मुस्लिमों को बांटने की बड़ी साजिश रची.मायावती ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने खासकर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में जेडीएस को बीजेपी की ‘बी’ टीम बताकर वोटों को और बांट दिया. यही कारण रहा कि ऐसे क्षेत्रों में भी अधिकांश बीजेपी उम्मीदवार कामयाब हो गए।

मायावती ने कहा कि कांग्रेस को हमारी ये सलाह है कि कर्नाटक की तरह आगे किसी चुनाव में ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चहिए, जिससे बीजेपी व आरएसएस को लाभ मिले. कांग्रेस कर्नाटक में अगर ऐसा नहीं करती तो आज बीजेपी विधायकों की संख्या 104 नहीं होती।

दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र में जिसकी भी सरकार होती है, उनके द्वारा राज्यों में नियुक्त किए गए राज्यपाल अधिकतर जगह उन्हीं के हिसाब से फैसले लते हैं. हमारी पार्टी भी यूपी में इसका शिकार रही है. इसकी वजह से हमें न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा।

मायावती ने कहा कि कर्नाटक में आज जो देखने को मिला, वहीं पूर्व में गोआ, मणिपुर और मेघालय में देखने को मिला यह सब बीजेपी व इनके संगठन आरएसएस द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के बनाए भारतीय संविधान को कमजोर व खत्म करने की साजिश है. जिस तरह येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई गई, वह निंदनीय है।