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कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं पर राहुल गांधी का हमला, अडानी मामले में पूछा-अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ का बेनामी पैसा किसका है?

पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा या अन्य पार्टियों में शामिल होने वाले नेताओं के खिलाफ हमला बोला है। शनिवार को उन्होंने अडानी मुद्दे पर सरकार के खिलाफ भी निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि वे सच्चाई छिपाते हैं, इसलिए हर रोज गुमराह करते हैं, उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ का बेनामी पैसा किसका है?

राहुल गांधी ने किया ट्वीट
राहुल गांधी ने ट्वीट में गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हिमंत बिस्वा सरमा, किरण कुमार रेड्डी और अनिल के एंटनी के नामों का हवाला दिया। कांग्रेस छोड़ने के बाद, आजाद ने अपनी पार्टी बनाई, जबकि बाकी भाजपा में शामिल हो गए। सिंधिया अब केंद्रीय मंत्री हैं और सरमा असम के मुख्यमंत्री हैं।

दूसरे ट्वीट में गांधी ने कहा कि महंगाई कैसे कम होगी? जनता का दर्द कैसे देखा जाएगा? सरकार का पूरा फोकस अडानी की आय बढ़ाने और उसे जांच से बचाने पर है। उन्होंने 2013 और 2023 के बीच में तुलना करते हुए चावल, गेहूं का आटा, दूध, घी, तेल, दाल और गैस सिलेंडर जैसी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि दिखाया। साथ ही उन्होंने कहा कि दाम बढ़ाकर आपकी जेब काटी जा रही है।

भाजपा नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं ने भी राहुल गांधी पर हमला किया। असम सीएम सरमा ने ट्वीट कर राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हमारी शालीनता थी कि हमने आपसे कभी नहीं पूछा कि आपने बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटालों से हुए आय को कहां छुपाया है। आपने कैसे ओतावियो क्वात्रोची को भारतीय न्याय के चंगुल से बचने दिया। पूर्व कांग्रेसी नेता अनिल के एंटनी ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस के तथाकथित पीएम उम्मीदवार को एक सोशल मीडिया सेल ट्रोल की तरह बोलते हुए देखना दुखद था। एंटनी ने कहा कि वे भारत के लिए काम करना पसंद करते थे न की एक परिवार के लिए, इसलिए उन्हें कांग्रेस छोड़ना पड़ा। आजाद ने भी कांग्रेस से बाहर होने के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहने के लिए रीढ़हीन होना पड़ता है।

कांग्रेस ने किया पलटवार
अनिल के एंटनी और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी इसी हफ्ते की शुरुआत में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस छोड़ने वालों को पार्टी से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि राहुल का व्यवहार सार्वजनिक रूप से अच्छा रहा है। हम उनके बयानों की निंदा करते हैं। ये सभी लोग कांग्रेस के बड़े लाभार्थी थे। जब कोई भी भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ता है, तो यह वही कर सकता है, जो या तो अपना घर बचाना चाहता हो, जो अपनी किताब बेचना चाहता हो या किसी मामले को खत्म करने के लिए समझौता करता है।\\

Srinivas BV
@srinivasiyc
इन्हें दिक्कत राहुल गांधी से नही,
सारी की सारी लड़ाई – इस बंगले की है

𝟵𝘁𝗵 𝗙𝗲𝗯 𝟮𝟬𝟮𝟭 – सांसद के तौर पर ‘आजाद’ साहब का संसद में आखिरी दिन था।

𝗔𝗽𝗿𝗶𝗹 𝟮𝟬𝟮𝟯 – 2 साल से ज्यादा हो गए, ‘Modi-Fied गुलाम’ राहुल गांधी जी के खिलाफ बयान देकर ‘सरकारी बंगले’ में बने हुए है,

वही दूसरी तरफ राहुल गांधी जी के खिलाफ निचली अदालत के फैसले के बाद 24 घण्टे में सदस्यता रद्द, और 48 घण्टे के अंदर ही बंगला खाली करने का नोटिस दे दिया गया।

दरसल ‘गुलाम साहब’ को वो फार्मूला अच्छे से समझ आ चुका है जिससे शहंशाह को खुश किया जा सके, जिसके तहत कई मंत्री सिर्फ इसलिए मंत्री बने हुए है ताकि राहुल जी के खिलाफ बयानबाजी करते रहे।

लेकिन ‘गुलाम’ साहब को एक अदद सरकारी बंगले के लिए इस हद तक गिरते देखना बेहद शर्मनाक है।

प्रयागराज

📷कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान

📷अमित शाह के बयान पर किया पलटवार

📷राहुल गांधी को यूपी से चुनाव लड़ने की चुनौती पर बोले

📷अमित शाह यूपी में चाहे जहां से चुनाव लड़ लें- प्रमोद कृष्णम

📷मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हूं- प्रमोद कृष्णम

Prashant Tandon
@PrashantTandy

अडानी पर राहुल गांधी से बिलकुल सहमति है. इसमें कोई शक नहीं कि सत्ता के साथ साथ गांठ करके जनता के पैसों ये आगे बढ़ा है. राहुल गांधी बड़े नेता हैं और उनकी बात बिना इस क्रिएटिव के भी वज़न रखती है. बीजेपी की वाशिंग मशीन से निकले लोगों को क्यों महत्व देना.