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क्षेत्र में इस्राईल की उपस्थिति एक बड़ा ख़तरा है : ईरान पर हमले के बारे में नेतनयाहू झूठ बोलते हैं, इस्राईल के पूर्व प्रधानमंत्री यायर लैपिड

इस्राईल के पूर्व प्रधानमंत्री यायर लैपिड ने कहा है कि ईरान पर हमले हेतु जायोनी शासन की तत्परता के बारे में मैं नेतनयाहू के झूठ का पर्दाफाश करूंगा।

उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि ईरान पर हमले के बारे में बिनयामिन नेतनयाहू झूठ बोलते हैं। उन्होंने नेतनयाहू को सचेत किया है कि अगर ईरान पर हमले के बारे में झूठ बोलने से बाज़ नहीं आये तो मैं उन सब कार्यों की पोल खोलूंगा जिसके वह ज़िम्मेदार थे ताकि उनका विकल्प चुना जाये।

इसी प्रकार इस्राईल के पूर्व प्रधानमंत्री ने नेतनयाहू को नसीहत की है कि वह कम बोलें और इस बारे में मैं उन्हें सुझाव देता हूं कि बात कम करें और अमल ज़्यादा करें।

ज्ञात रहे कि यायर लैपिड एकमात्र अधिकारी व नेता नहीं हैं जो ईरान के मुकाबले जायोनी शासन की अक्षमता को स्वीकार रहे हैं बल्कि दूसरे देशों के नेता और अधिकारी भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि इस्राईल के अंदर कभी भी ईरान पर हमले की क्षमता व साहस नहीं था और अगर होता तो वह बहुत पहले एसा कर चुका होता।

जानकार हल्कों का मानना है कि न केवल इस्राईल बल्कि उसके आक़ाओं के अंदर भी ईरान पर हमले का साहस नहीं है और ईरान इस प्रकार की गीदड़ भभकियों से लेशमात्र भी नहीं डरता।

क्षेत्र में इस्राईल की उपस्थिति एक बड़ा ख़तरा है, ईरानी विदेश मंत्री

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा है कि काकेशस क्षेत्र में इस्राईल की उपस्थिति, क्षेत्र के लिए एक चुनौती है।

बुधवारो को अंकारा में अपने तुर्क समकक्ष मौलूद चाउशोग़लू के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ़्रेंस को संबोधित करते हुए अमीर अब्दुल्लाहियान कहाः ईरान सभी पक्षों को चेतावनी देता है कि वह इस्राईल पर नज़र रखें औक काकेशस में उसे पैर जमाने का मौक़ा नहीं दें।

उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरी इराक़ स्थित आतंकवादी गुट ईरान और तुर्किए दोनों देशों के लिए समान रूप से ख़तरनाक हैं।

ईरानी विदेश मंत्री का कहना था कि इराक़ के कुर्दिस्तान इलाक़े में सक्रिय आतंकवादी और इसी तरह से अफ़ग़ानिस्तान से दाइश का ख़तरा, हमारी संयुक्त चिंताओं में से है।

उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि आतकंवाद को अच्छे और बुरे में नहीं बांटा जा सकता है, बल्कि वह जिस रूप में भी हो, ख़तरनाक है।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए तुर्क विदेश मंत्री ने भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए ईरान का आभार जताया और कहा कि तेहरान ने भूकंप पीड़ितों के लिए ज़मीनी और वायु दोनों मार्ग से सहायता सामग्री भेजी।

6 फ़वरी को तुर्कए और सीरिया में 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें दोनों देशों में मिलाकर 52,000 से ज़्यादा मौते हुईं।

ईरानी विदेश मंत्री भकूंप प्रभावित इलाक़ों का दौरा करने और तुर्क अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के लिए अंकारा की यात्रा पर हैं।