देश

गुजरात : Z+ सुरक्षा में घूमने वाले फ़र्ज़ी IAS, PMO अधिकारी किरण पटेल के ख़िलाफ़ सातवीं FIR दर्ज : रिपोर्ट

अहमदाबाद, 18 अप्रैल (भाषा) गुजरात पुलिस ने कथित तौर पर खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक अधिकारी के रूप में पेश करने और अहमदाबाद में एक ‘बिल्डर’ से 80 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में ठग किरण पटेल के खिलाफ मंगलवार को एक और प्राथमिकी दर्ज की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।.

पटेल के खिलाफ राज्य में यह सातवीं प्राथमिकी दर्ज की गई है। पिछले महीने, पीएमओ के एक शीर्ष अधिकारी के रूप में खुद को पेश करने को लेकर उसे जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किया गया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो में वह केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा घेरे में घूमता देखा गया था।

IANS Hindi
@IANSKhabar
अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को 80 लाख रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले में ठग किरण पटेल के खिलाफ छठा मामला दर्ज किया है।

PMO के फर्जी अफसर बने किरन पटेल का एक और कांड, G20 समिट को भी नहीं छोड़ा!

प्रशांत सिंह
===========

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का ‘अधिकारी’ बनकर जम्मू-कश्मीर में मौज काटने वाले ठग किरन पटेल के खिलाफ एक और केस दर्ज हुआ है. किरन पटेल गुजरात का रहने वाला है. वहीं पर उसके खिलाफ पांचवां आपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ है

किरन पटेल के खिलाफ 5वां केस
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद के रहने वाले हार्दिक चंदराना नाम के शख्स ने बीती 15 अप्रैल को किरन पटेल के खिलाफ एक FIR दर्ज कराई थी. इसके मुताबिक पटेल ने चंदराना से 3 लाख 51 हजार रुपये की ठगी की. हार्दिक अहमदाबाद के अंबावड़ी इलाके में आरएक्स इवेंट्स नाम की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी चलाते हैं. उनका आरोप है कि पटेल ने G20 समिट से जुड़े कार्यक्रम का झांसा देकर उनसे ठगी की. वाकया इस साल जनवरी महीने का है.

हार्दिक का कहना है कि किरन ने अहमदाबाद के एक पॉश होटल में उनसे ठगी की रकम ली थी. उन्होंने पुलिस को बताया,

“जनवरी महीने में पटेल मेरे पास आया और बताया कि 10 जनवरी को एक कार्यक्रम आयोजित कराना है. पटेल ने मेरे वॉट्सऐप पर गेस्ट लिस्ट भेजी और हयात होटल में कार्यक्रम निर्धारित करने की बात कही. उसने ये भी बताया कि वो PMO में काम करता है और उसे ‘कश्मीर विकास परियोजना’ का काम भी दिया गया है.”

चंदराना ने आगे बताया कि पटेल ने उन्हें कश्मीर में होने वाली एक बड़ी मेडिकल कॉन्फ्रेंस का काम देने की बात कही थी. पीड़ित के मुताबिक पटेल ने उन्हें अपना विजिटिंग कार्ड भी दिखाया था, जिसमें लिखा था कि वो PMO में एडिशनल डायरेक्टर है. विजिटिंग कार्ड में पटेल का पता, ‘34, मीना बाग फ्लैट, विज्ञान भवन के सामने, जनपथ रोड, नई दिल्ली, 110001’ लिखा हुआ था.

FIR में चंदराना ने बताया कि 8 से 10 फरवरी के बीच मेडिकल कॉन्फ्रेंस की तैयारी के लिए वो श्रीनगर गए थे. इसके लिए उन्होंने पटेल के फ्लाइट टिकट और होटल की बुकिंग भी की थी. इसका खर्च कुल एक लाख 60 हजार रुपये आया था. चंदराना ने बताया कि पटेल ने उन्हें श्रीनगर में होने वाली कॉन्फ्रेंस का वेन्यू भी दिखाया था.

पत्नी भी गिरफ्तार
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने किरन पटेल की पत्नी मालिनी पटेल को भी गिरफ्तार किया था. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पति के साथ अहमदाबाद के पॉश इलाके बंगला हड़पा था.

PMO का अधिकारी बताता था
किरन पटेल अपने आप को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का टॉप अधिकारी बताता था. ऐसा बताकर उसने जम्मू-कश्मीर के पूरे सरकारी महकमे को बेवकूफ बनाया. वो फर्जी PMO अधिकारी बनकर जम्मू-कश्मीर गया. वहां जमकर मौज की. घूमा-फिरा. होटलों में ठहरा. इस दौरान उसे प्रशासन की ओर से पर्सनल सिक्योरिटी भी मिली. यहीं नहीं, इस ठग ने जम्मू-कश्मीर के कई शीर्ष अधिकारियों के साथ कई मीटिंग भी कर डालीं.

इंडिया टुडे से जुड़ीं कमलजीत कौर संधू की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि PMO का एडिशनल डायरेक्टर बनकर किरन पटेल पिछले साल अक्टूबर महीने से कश्मीर घाटी में घूम रहा था. इस दौरान वो उड़ी में LoC के पास सेना की कमान पोस्ट से लेकर श्रीनगर के लाल चौक तक हो आया.

गुजरात के इस ठग की पोल खुलने के बाद श्रीनगर के निशात पुलिस थाने में उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूत्रों ने बताया है कि केंद्र की एजेंसियों से पहले CID ने किरन पटेल के बारे में पता लगाया. इसके बाद उसे पकड़ा जा सका. किरन पटेल मामले की जांच गुजरात पुलिस भी कर रही है.