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चावल, आटा, सरसों तेल, दूध और घी के दाम पिछले दस सालों में दोगुने से ज़यादा बढ़े हैं : एक ग़लत क़दम हमारा वजूद ख़त्म कर सकता है!

Dharmendra Singh ·
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यह तस्वीर जीवन की बहुत बड़ी सच्चाई को बयां करती है जब जीवन के रास्ते पर चलते चलते हम कभी ऐसे मोड़ पर आ जाते हैं जहां हमारा एक गलत क़दम हमारी प्रतिष्ठा, हमारा वजूद, हमारे जीवन को बर्बाद कर सकता है, और उस समय हमारी सहायता करने, हमें मुसीबत से निकालने के लिए कोई नही आता
इस तस्वीर को देखो, कितने दिन वो आवाज लगाई होगी, रोई होगी, कितने आंसू बहाए होंगे, कितने दिन रातें बिन पानी, बिन रोटी गुजरी, दिल को किस बात का इंतजार था..
अगर हम एक पल के लिए भी उस जगह खुद को कल्पना कर लें, तो हम उस एहसास को समझ सकते हैं।


तुम्हारे लिए कोई नहीं आएगा, कोई रिश्ता तुम्हारी तरफ नहीं देखेगा, तुम जो कदम उठाओगे उसके बारे में सौ बार सोचना और जो निर्णय लिया उसके बारे में हजार बार सोचना, कभी भी जल्दी निर्णय लेकर मूर्ख मत बनना, यह सोच कर जीना कि मेरा कोई नहीं है कोई आये तो खुश और कोई न आये तो भी दुखी नहीं…

Ruby Arun रूबी अरुण روبی ارون 🇮🇳
@arunruby08

उफ्फ,सच्ची कहावत है की
……. को घी नहीं पचता.
महज 28 साली उम्र में ही कांग्रेस ने इतनी इज्जत बख्श दी इन्हें की बदहजमी हो गई.
इस तस्वीर में #MadhyaPradesh के तत्कालीन मुख्यमंत्री के साथ 3 पूर्व मुख्यमंत्री पीछे खड़े हैं और सोनिया जी खुद इनके लिए लोकसभा चुनाव का फॉर्म भरवा रहीं.


Priyanka Gandhi Vadra
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पिछले 10 बरसों में सारी जरूरी चीजों की कीमत दोगुनी से ज्यादा हो गई है। दस साल पहले जो गैस सिलेंडर 400 रुपये का था, आज 1100 में मिल रहा है। चावल, आटा, सरसों तेल, दूध और घी के दाम पिछले दस सालों में दोगुने से ज्यादा बढ़े हैं।
अप्रैल महीना शुरू होते ही सारी जरूरी चीजों के दाम फिर से बढ़ा दिए गए। जरूरी दवाओं की कीमत 30% तक बढ़ा दी। बुखार और दर्द की दवा से लेकर ऑक्सीजन तक महंगी कर दी। बच्चों की किताबों की कीमत 20% तक बढ़ा दी। इस कमरतोड़ महंगाई से लोगों के घर का बजट बिगड़ रहा है। गरीब, मजदूर और मध्यवर्गीय लोग अपना घर नहीं चला पा रहे हैं। आज देश के 63% परिवार अपने जरूरी खर्चों में कटौती कर रहे हैं।
सरकार का काम होता है जनता को पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी चीजें कानूनी अधिकार के रूप में जनता को नि:शुल्क मुहैया कराना। कांग्रेस इसी रास्ते पर चल रही थी, इसलिए श्री मनमोहन सिंह जी ने शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, मनरेगा जैसी योजना के जरिये रोजगार की गारंटी जैसे कानून लागू किये और जनता पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम किया। आज नरेंद्र मोदी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन समेत हर चीज पर दोगुना दाम वसूलकर जनता की जेब काट रही है।
महंगाई से त्रस्त जनता सब देख-समझ रही है, वक्त पर जवाब देगी।