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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग गुरुवार को सऊदी अरब की यात्रा पर जा रहे हैं, सऊदी ने कहा-जिनपिंग का दौरा मील का पत्थर साबित होगा!

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग गुरुवार को सऊदी अरब जाने वाले हैं। जिनपिंग की सऊदी अरब की यात्रा काफी अर्थ रखती है।

वह ऐसे वक्त में सऊदी अरब जा रहे हैं, जब अमेरिका के साथ उसके रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं।

चीन के रिश्ते भी अमेरिका के साथ निचले स्तर पर हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से यह तनाव और बढ़ा है क्योंकि चीन ने व्लादिमीर पुतिन सरकार का ही समर्थन किया है। सूत्रों के मुताबिक सऊदी अरब की यात्रा के दौरान शी जिनपिंग चीन- अरब समिट में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा चाइना-फार्स की खाड़ी सहयोग परिषद की कॉन्फ्रेंस में भी शामिल होंगे।

शी जिनपिंग का यह दौरा वैश्विक राजनीति के समीकरणों में बड़ा उलटफेर कराने वाला हो सकता है। एक अरब राजनयिक ने कहा कि शी जिनपिंग का दौरा मील का पत्थर साबित होगा। शी जिनपिंग के सऊदी अरब दौरे की चर्चा महीनों से चल रही थी, लेकिन अब तक सऊदी अरब या चीन में से किसी ने भी इसकी पुष्टि नहीं की थी।

अब दोनों ही सरकारों ने इसकी जानकारी दी है। गुरुवार को शी जिनपिंग दो दिन के दौरे पर सऊदी अरब पहुंचने वाले हैं। सऊदी सरकार ने इस समिट की कवरेज के लिए मीडिया को आमंत्रण दिया है, जिसके बाद शी के दौरे की जानकारी बाहर आई।

तेल के उत्पादन में कटौती का फैसला सऊदी अरब और रूस ने लिया है। इस पर अमेरिका ने विरोध जताया था, लेकिन सऊदी अरब ने रूस का समर्थन किया और इस फैसले पर आगे बढ़ गया। इसके बाद अमेरिका ने उसके साथ रिश्तों की समीक्षा करने की बात कही। ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिका अरब क्षेत्र से अपनी सेनाएं घटा सकता है।